इंटरार्क प्रबंधन पर आंदोलनरत श्रमिकों का बढ़ा आरोप! भाड़े के बाउंसर बुलाकर आंदोलन को कुचलने के फिराक में है प्रबंधन।
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। मांगों को लेकर पिछले काफी से आंदोलनरत पंतनगर और किच्छा इंटरार्क कर्मियों ने कंपनी प्रबंधन गंभीर आरोप लगाया है। श्रमिक नेताओं के मुताबिक कंपनी प्रबंधन ने आज चौथे दिन भी लगातार भाड़े के बाउंसरों को किच्छा एवं पन्तनगर प्लांट बुलाकर धरनारत मजदूरों संग अप्रिय औऱ हिंसक वारदात करनन की साजिश रच रहा है।
आंदोलनकारी श्रमिकों ने जारी बयान में कहा कि कंपनी प्रबंधन द्वारा आज भी कंपनी के किच्छा प्लांट के निकट धरना दे रहे मजदूरों के संग अप्रिय वारदात को अंजाम देने की साजिश के तहत भाड़े के करीब एक दर्जन बाउंसरों को कंपनी बुलाया ।उक्त बाउंसरों ने पहले कंपनी गेट के भीतर प्रवेश किया ।उसके पश्चात वो कंपनी गेट से बाहर आये और धरनास्थल के चारों ओर टहलते रहे ।और धरनारत मजदूरों संग झगड़ा करने की निरन्तर कोशिश करते रहे ।बार बार गाली गलौच कर उलझते रहे ।धरनारत मजदूरों की शिकायत पर जब पुलिस द्वारा उक्त बाउंसरों को कंपनी का आई कार्ड दिखाने को कहा तो वो अपना आई कार्ड नहीं दिखा सके ।और चुपचाप कंपनी गेट के भीतर चले गये ।कुछ देर बार फिर बाहर आ गए और धरनारत मजदूरों संग झगड़ा करते रहे ।जिसे धरनारत मजदूरों ने सूझबूझ से टाल दिया ।दुपहर बाद ये गुंडे कार से किच्छा प्लांट से सिडकुल पन्तनगर प्लांट के भीतर घुस गए ।ये बाउंसर विगत 4 दिनों से लगातार किच्छा धरनास्थल पर विवाद कर अप्रिय और हिंसक वारदात को अंजाम देने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं ।कंपनी में कोई भी कर्मचारी जब प्रवेश करता है तो उसकी छुट्टी होने के पश्चात ही उसका गेट खोला जाता है ।किंतु उक्त बाउंसर 12 घण्टे लगातार कंपनी गेट के अंदर बाहर होते रहते हैं और ज्यादातर समय कंपनी गेट के बाहर धरनास्थल पर मंडराते रहते हैं ।पूछने पर खुद को कंपनी का श्रमिक बताते हैं ।इससे स्पष्ट है कि कंपनी प्रबंधन किसी बड़ी हिंसक वारदात को अंजाम देकर धरनारत मजदूरों को जानमाल से नुकसान पहुंचाकर आंदोलन को बिखेरने की नीयत से ही उक्त बाउंसरों को कंपनी बुला रहा है ।जिसकी लिखित तहरीर कोतवाली किच्छा और सिडकुल पन्तनगर पुलिस चौकी में दी जा चुकी है ।सम्बंधित वीडियो और फोटोग्राफ लगातार फेसबुक आदि पर शेयर किए जा रहे हैं ।किंतु पुलिस द्वारा उक्त बाउंसरों औऱ प्रबंधन के विरुद्ध कार्यवाही करने के स्थान पर धरनारत मजदूरों के ऊपर ही झुठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं ।जिससे उक्त बाउंसरों का मनोबल बढ़ रहा है ।और वो कभी भी बड़ी हिंसक वारदात को अंजाम दे सकते हैं ।भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश औऱ उत्तराखंड प्रभारी बलजिंदर सिंह मान जी किसान साथियों संग धरनास्थल पहुंचे और उक्त बाउंसरों से बिल्कुल भी न घबराने की सलाह दी ।इंटरार्क मजदूर संगठन के अध्यक्ष दलजीत सिंह से कहा कि हम उक्त बाउंसरों से ढंग से निबटना जानते हैं ।इससे हमारा आंदोलन व मनोबल और अधिक मजबूत होगा ।कहा कि कंपनी प्रबंधन उक्त गलत गतिविधियों पर विराम लगाये ।और प्रशासन द्वारा 15 दिनों में मजदूरों की समस्याओं को हल करने को 18 नवंबर की महापंचायत में सार्वजनिक रूप से जो वचन दिया है उसका सम्मान कर समस्याओं के हल करने को आगे आये ।मामले को और अधिक न उलझाए ।अन्यथा 4 दिसंबर को कड़े कदम उठाए जाएंगे। शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा एवं भारतीय किसान यूनियनों द्वारा काशीपुर में किसान पंचायत का आयोजन किया गया ।इंटरार्क मजदूर संगठन के उपाध्यक्ष शैलेन्द्र पांडे एवं कोषाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में इंटरार्क मजदूरों ने उक्त किसान पंचायत में भागेदारी कर एकजुटता कायम की ।औऱ इंटरार्क मजदूरों के आंदोलन के लिए जनसमर्थन जुटाया ।संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशब्यापी पैमाने पर 26 नवंबर को राज्यों की राजधानियों में राजभवन तक मार्च निकाला जायेगा ।इसी क्रम में लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने को इंटरार्क मजदूर संगठन के अध्यक्ष दलजीत सिंह जी के नेतृत्व में एवं भारतीय किसान यूनियन के उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड प्रभारी बलजिंदर सिंह मान जी के संरक्षण में इंटरार्क मजदूरों का एक जत्था आज दुपहर को ट्रेन से किच्छा से लखनऊ के लिये रवाना हुवा ।
किच्छा यूनियन के अध्यक्ष श्री राकेश कुमार जी द्वारा अपने वक्तव्य में बोला गया की आज हर कंपनी में कोई न कोई विवाद चल रहा है और सरकारों की बेरुखी के वजह से कोई मामला निपटने में नहीं आ रहा है ऐसे में मजदूरों को आपसी एकता और एकजुटता कायम करनी होगी और एक दूसरे के संघर्ष में हर रूप से सहयोग करना होगा तभी मजदूर अपनी समस्याओं से निजात पा सकता है और उनको अपना समर्थन देते हुए पूरा आश्वासन दिया।