ऊधमसिंहनगर कबूतरबाजों के लिए बना सुरक्षित ठिकाना।पंजाब में ठगी का खेल करने वाले अपराधी कर रहे खुलेआम लूट। पुलिस-प्रशासन और खुफिया विभाग की मुस्तैदी पर सवाल! होटल में कलम की दावत आयोजित,बड़ी बड़ी कलमें हुई शामिल
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। ऊधमसिंहनगर में इन दिनों कबूतरबाजों के ठिकानों की बाढ आ गयी है। शहरों में हर कदम पर खुले कबूतरबाजों के अधिकांश अड्डे पंजाब के अपराधियों के बताए जा रहे, जिनमें लोगों से जमकर लूट रही है।तो प्रशासन और पुलिस की चुप्पी साधे हुए हैं,वहीं कबूतरबाजों की पोल खोलने वाली कमल को भी खरीदने की तैयारी हुई है।
ऊधमसिंहनगर के जसपुर से लेकर खटीमा तक विदेश भेजने वाले सेंटरों की भरमार हो चुकी है। रुद्रपुर, बाजपुर, किच्छा हर शहर में इनके बड़े बड़े होडिंग लगे हुए हैं, हर गली मोहल्ले में इनकी दुकान सजी हुई है। जानकारों की मानें तो जिले 300 से ज्यादा कबूतरबाजी की दुकानें खुली है। सूत्रों की मानें तो ज्यादातर ठगी के अड्डे के संचालक पंजाब और दिल्ली के रहने वाले वो लोग हैं,जिनपर उनके क्षेत्रों में ठगी के मुकदमे दर्ज हैं,कई संचालक तो बड़े अपराधी भी है, पंजाब में इन कबूतरबाजों ने लोगों को फर्जी कागजातों से भी विदेश भेज दिया है, बताया जाता की पंजाब सरकार की सख्ती के बाद यह कबूतरबाजी उत्तराखंड की तरफ रुख कर गए हैं। इन्हें ऊधमसिंहनगर और नैनीताल, हरिद्वार सबसे सुरक्षित ठिकाना मिला है। बताया जाता की पुलिस के खुफिया विभाग की भी इन्हें मूक स्वीकृति मिली हुई है। जिसके चलते इनके कई ऐसे काम हो रहे हैं,जो नहीं होने चाहिए है। बताया तो यह भी जाता की पंजाब के कई अपराधी ऊधमसिंहनगर से विदेश जाने में कामयाब हो चुके हैं,यह कैसे हुआ है यह जांच का बिषय है। इधर कबूतर बाजों ने वीती रात शहर के एक होटल कलम को भी दावत दी। बताया जा रहा की इसके पीछे कबूतरबाजों की मंशा कलम को कुंद करने की रही है। दावत की रुपरेखा रुद्रपुर के लिए पुराने कलमकार के सुपुत्र ने तय की थी। जिसमें शहर के बड़ी बड़ी कलमें शामिल हुई।