एक्शन में डीएम,अवैध निर्माण की अव एसडीएम को कमान। एसडीएम को देंगे जांच रिर्पोट। क्षेत्र में 70 प्रतिशत कालौनिया अवैध,सड़क और नाली भी नहीं छोड़ते बिल्डर। सरकारी और सीलिंग की जमीन पर भी फटाफट हो रहे निर्माण। डीडीए की खुलेगी पोल,
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। ऊधमसिंहनगर में भूमाफियाओं के द्वारा लगातार नियमों को ताख में रखकर काटी जा रही कालौनियों की शिकायतों पर डीएम उदयराज सिंह एक्शन में आ गए हैं, उन्होंने जिले के एसडीएम इसकी जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने इसके डीडीए और नगर निगम को सहयोग करने के निर्देश भी दिए हैं। एसडीएम अवैध रुप से हो रहे निर्माणों की भूमि और निर्माण किसकी लापरवाही से हो रहे इसकी रिपोर्ट भी तैयार करेंगे। जांच एडीएम रिपोर्ट एडीएम के सामने पेश की जायेगी।
ऊधमसिंहनगर यूं तो जिला विकास प्राधिकरण मौजूद हैं, लेकिन धरातल पर डीडीए का काम क्या है,यह किसी से छिपा नहीं है। 70 प्रतिशत कालौनियां अवैध रुप से काटी जा रही है,तो बिल्डर ने सड़क बना रहे हैं और न ही जल निकासी की व्यवस्था कर रहे हैं। सरकारी जमीन, सीलिंग की जमीन पर रातों रात कब्जे हो रहे,लोग घरों का नक्शा बनवा कर कार्मशियल बिल्डिंग बनाकर सरकार को बड़ा नुक्सान पहुंचा रहे हैं। कालौनियों में घर बनाने के बाद सडक और नारी के लिए लोगों प्रशासन का दरवाजा खटखटा रहे हैं, जिससे प्रशासन भी परेशान हैं। शहर के फुलसुंगा, जनपद रोड, ट्रांजिट कैंप, प्रीतबिहार,जयनगर,भूरारानी,बगबाडा में बिल्डरों ने खेती की जमीन, सरकारी चकरोड,तालाब,गूल सब पर कब्जे करके बेंच दिए हैं। बिल्डर खेती के नाम जमीन खरीदकर कालौनी काट रहे। यह सब डीडीए और निबंधन कार्यालय की मिलीभगत से हो रहा है। इधर लगातार मिल रही धांधली की शिकायतों के बाद डीए उदयराज सिंह एक्शन में गए हैं। उन्होंने जिस काम में डीडीए फेल हो गए हैं,उसे पूरा करने की जिम्मेदारी एसडीएम को सौंपी है। एसडीएम अपनी टीम के माध्यम से अवैध कालोनियों, उनमें हो रहे निर्माण, सड़क,नाली , सरकारी जमीन का पता लगायेंगे। एसडीएम को हर सप्ताह यह रिपोर्ट एडीएम को सौंपनी होगी, जिसके बाद कार्यवाही की जायेगी।