खाकी को चुनौती,ठग की धाक! महीनों बाद सामिया लेक सिटी पहुंचा 13 मुकदमे का आरोपी।ठगी का एक आरोपी एसएसपी की हवेली से चंद कदम दूर प्रेस कॉन्फ्रेंस में हुआ शामिल।
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। जिस प्रदेश की खाकी जिसे तलाश कर रही है,उस प्रदेश का मुखिया उसे सम्मानित कर रहा है। यदि बात कोई ठग खुले मंच पर बोलने लगे तो उसके हौसले का आंदाज और खाकी की मजबूरी समझी जा सकती है। इतना ही 13 मुकदमे का आरोपी ठग महीनों के बाद बैठक करता है। उसका साथी एसएसपी के निवास से कुछ दूर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होते हैं। दाग दो देनी ही होगी। चोरी की चोरी और सीनाजोरी की। उखाड सकते हो तो उखाड लो। मतलब साफ।
फाइल फोटो
आप सोच रहे होंगे की हम किसकी बात कर रहे। आपको बता दें की यह किस्सा ऊधमसिंहनगर के काशीपुर रोड पर रुद्रपुर में स्थित सामिया लेक सिटी में सैकड़ों लोगों से ठगी करने वाले कालौनी के मालिक जमील अहमद है। उसपर रुद्रपुर कोतवाली में ही ठगी के 13 मुकदमे दर्ज हैं। कालौनी का पूर्व डायरेक्टर सगीर खान समेत दो लोग पिछले 06 माह से जेल में हैं।और जमील अहमद समेत कई लोग फरार है। पुलिस जमील और पकड़ से बहार आरोपियों को फरार बताए रही है।
लेकिन मजेदार बात यह है,की आरोपी लगातार कार्यक्रम में शामिल हो रहा है,तीन माह पहले वह यूपी में एक टीबी एंकर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित होता दिखा था,तो इसके बाद उसकी नैनीताल की वादियों में मौज मस्ती करते फोटो वायरल हुआ था। पिछले सप्ताह तो वह देहरादून में एक कार्यक्रम में नजर आया। बताया जाता की एक टीबी एंकर के साथ मिलकर ठग ने कार्यक्रम कराया था, जिसमें साजिश के तहत सूवे के मुखिया को भी बुलाया गया। पहले से रणनीति के फिर सीएम से ठग को सम्मानित कराया गया। बताया जाता की इस कार्यक्रम को कराने के लिए ठग ने एंकर को 25 लाख रुपया और कार्यक्रम का पूरा खर्चा वाहन किया था।जिसके बाद ठग ने अपने एफबी पेज पर लिखकर भेजा था।
पिछले दिनों सीएम से सम्मानित होने के बाद ठग के शब्द!
इधर ठग रविवार को सामिया लेक सिटी भी पहुंचा,जहां उसने कालौनी के आफिस में कुछ लोग से मुलाकात की।हालांकि ठग शहर के रम्पुरा में सोनिया होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में शामिल नहीं हुआ, लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक ठगी का आरोपी मंच पर बैठा था। जो अपने आपमें में खाकी के लिए चुनौती है।
लोग पुलिस से सवाल पूछ रहे हैं। आखिर यह सब कैसे और क्यों हो रहा है। वैसे तो कहते हैं की पुलिस के हाथ बहुत मजबूत और लंबे होते हैं। लेकिन सामिया के महाठग के मामले यह छोटे कैसे हुए हैं।इसका जबाव पुलिस के अलावा किसी के पास नहीं है।