गदरपुर हादसा, विधायक पर हो हत्या का मामला दर्ज। कांग्रेस के नगर अध्यक्ष ने की मांग,दो दिन का दिया अल्टीमेटम। बाईपास खुलने के दौरान मौजूद क्षेत्रधिकारी की भूमिका की भी जांच की मांग।
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। गदरपुर में 14 बर्ष के इंतजार के बाद अधूरे सुरक्षा मानकों के बीच देर शाम खुलवाए गये बाईपास का मामला पूर्व मंत्री व विधायक अरविंद पाण्डेय के लिए गले की फांस बन गया है। बाईपास पर आवागमन शुरू होते ही हुए हादसे के बाद कांग्रेस नगर अध्यक्ष शिशु भुसरी ने पूरे मामले की जांच कर दोषियों पर हत्या का मुकदमा, पीड़ित परिवार को 50 लाख का मुयावज,व सरकारी नौकरी देने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी की यदि दिन में कार्यवाही नहीं हुई तो वह खुद दोषियों के खिलाफ पुलिस को तहरीर सौंपकर कार्रवाई की मांग करेंगे।
रविवार पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि 14 बर्ष पहले तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने गदरपुर बाईपास निर्माण की आधारशिला रखी, लेकिन बाद सत्ता में भाजपा के आ जाने से बाईपास का निर्माण अधर में लटक गया, उन्होंने खुद कई बार इसके निर्माण को लेकर आंदोलन और भूख हड़ताल की थी,अब जब लंबे समय के बाद इसका काम लगभग पूरा हो चुका था,तो पूर्व मंत्री को इसपर आवागमन शुरू कराने कि इतनी जल्दी क्यों हो गयी,जिस जनता ने 14 बर्ष इंतजार किया था,वह 14 दिन और इंतजार कर सकती थी, लेकिन पूर्व मंत्री और क्षेत्रीय विधायक अरविंद पाण्डेय ने श्रेय लेने की जल्दबाजी में सैफ्टी रिपोर्ट आने से ही बाईपास पर आवागमन शुरू करा दिया। जिससे एक घर का चिराग बुझ गया है, उन्होंने कहा जब विधायक अपने साथियों के साथ बाईपास पर वाहनों का आवागमन शुरू करा रहे थे उस समय वहां पर क्षेत्राधिकारी भी मौजूद थे,यदि बाईपास पूरे मानकों के साथ खोला गया है,तो फिर उसे हादसे के बाद बंद क्यों किया गया,इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने दोषियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मां की है