जानिये…क्यों पत्रकार ललित शर्मा ने दी प्रेस भवन पर धरने की धमकी। पढे क्या है पूरा मामला
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर(खबर धमाका)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देश भर में पिछले वर्ष 75 वें स्वतंत्रता दिवस को अमृत महोत्सव के रूप में मनाया गया था और इसी क्रम में इस वर्ष भी आगामी 15 अगस्त को देश भर में हर्षोल्लास के साथ तिरंगा लहराया जायेगा लेकिन इसे विडंबना ही कहा जायेगा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के लिये रुद्रपुर में बनाया गया प्रेस भवन अपनी स्थापना के पहले दिन से ही झंडारोहण की बाट जोह रहा है।
जिस प्रकार बनारस में ज्ञानवापी परिसर के बाहर नंदी महाराज अपने भोले बाबा की एक झलक के लिये वर्षों से राह तक रहे हैं ठीक उसी तर्ज पर रुद्रपुर में सफेद हाथी की शक्ल अख्तियार कर चुके प्रेस भवन का पत्रकारों की राह तकने का सिलसिला भी बदस्तूर जारी है।आपको बता दें कि पिछले वर्ष भी 26 जनवरी को कुछ पत्रकारों द्वारा प्रेस भवन में झंडारोहण की मुहिम छेड़ी गई थी लेकिन सूचना विभाग की अकर्मण्यता के चलते गणतंत्र दिवस पर लोकतंत्र का चौथा स्तंभ एक बार फिर से ठगा गया और तत्कालीन जिलाधिकारी के आदेश पर प्रेस भवन में तिरंगा फहराने के प्रयासों को रातों-रात पलीता लगवा दिया गया। पिछले कुछ माह से एक बार फिर प्रेस भवन के ताले खुलवाकर उसे गुलजार करने की कोशिशें रंग लाने लगी थीं।इसी क्रम में नवागंतुक जिलाधिकारी उदयराज सिंह की कलेक्ट्रेट सभागार में पहली प्रेस वार्ता के दौरान भी रुद्रपुर के कमोबेश सभी पत्रकारों ने समवेत स्वर में पत्रकारों की एकता का हवाला देते हुए प्रेस भवन के ताले खुलवाने का आग्रह किया था।उम्मीद जगी थी कि वर्ष 2023 का स्वतंत्रता दिवस पूरे हर्षोल्लास के साथ जिला मुख्यालय के प्रेस भवन में पत्रकारों द्वारा मनाया जायेगा और तो और, जिला मुख्यालय के सभी वरिष्ठ पत्रकारों ने जिला सूचना कार्यालय पहुंचकर जिला सूचना अधिकारी अहमद नदीम को अवगत कराया कि किसी भी पत्रकार संगठन में परस्पर किसी भी प्रकार का अब कोई भी विवाद नहीं है और सभी पत्रकारों की प्रबल इच्छा है कि आगामी 15 अगस्त को प्रेस भवन में झंडारोहण किया जाये।पत्रकारों के मौखिक आग्रह पर जिला सूचना अधिकारी ने अपनी सहमति भी जताई लेकिन प्रतीत होता है कि सूचना विभाग ने प्रेस भवन के ताले खुलवाकर वहाँ तिरंगा फहराने का मामला सूचना महानिदेशक देहरादून को अग्रसारित करके गेंद प्रदेश मुख्यालय के पाले में सरका दी है,हालांकि सूचना विभाग द्वारा प्रेस भवन में साफ-सफाई के बाबत दिनांक 20 जुलाई को पत्रांक संख्या 203 के द्वारा नगर निगम को एक पत्र भेजा गया था लेकिन समुचित पैरवी न होने के कारण प्रेस भवन में साफ सफाई की प्रक्रिया एक औपचारिकता सी बनकर रह गई।खबर धमाका के संपादक को सूत्रों से पता चला है कि सूचना विभाग रुद्रपुर के प्रेस भवन के दरवाजे पर जंग खा रहे तालों को खुलवाने में कोई गंभीर रुचि नहीं दिखा रहा है और लगता है कि इस बार भी 15 अगस्त/स्वतंत्रता दिवस को पत्रकारों का प्रेस भवन में झंडा फहराने का सपना कहीं सपना ही ना रह जाय। प्रेस भवन के ताले खुलवाने की मुहिम से जुड़े पत्रकार ललित शर्मा से जब खबर धमाका की टीम ने संपर्क किया तो उन्होंने साफ लहजे में कहा कि सूचना विभाग के तत्कालीन अधिकारियों की कारगुजारी के चलते ही प्रेस भवन में आज तक ताले लटके हुए हैँ।उन्होंने हुंकार भरते हुए कहा कि यदि सूचना विभाग द्वारा आगामी 15 अगस्त को प्रेस भवन के प्रांगण में झंडारोहण कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया तो वह प्रेस भवन के प्रवेश द्वार पर धरने पर बैठने से भी गुरेज नहीं करेंगे।बहरहाल एक ओर जहां पूरे जिले में 15 अगस्त के मौक़े पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर हर घर तिरंगा फहराने की तैयारियां मुकम्मल तरीके से की जा रही हैँ तो वहीं प्रेस भवन में पत्रकारों द्वारा तिरंगा फहराने की मुहिम एक बार फिर से रसातल की ओर जाती दिख रही है।देखना होगा कि उक्त मुहिम से जुड़े पत्रकार ललित शर्मा के धरने पर बैठने की चेतावनी कुम्भकरणी नींद में सोये सूचना विभाग को जगा पाती है या नहीं,इस सवाल का जवाब संभवतः आगामी 15 अगस्त को ही मिल पायेगा।