पीडब्ल्यूडी में करोड़ों के कामों में बड़े खेल की तैयारी। समय निकलने के बाद भी नहीं खुले टेंडर। पूल कराने की तैयारी में ठेकेदार। कमीशन को लेकर भी चल रही चर्चाएं।एक अधिकारी की वीडियो भी हो चुकी है वायरल
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। रोड पड़ी और कुछ दिनों बाद टूट गयी,कही पर कागजों में ही रोड डाल दी तो कहीं नवनिर्माण में कुछ गढ्ढे भरकर लाखों का खेल कर दिया। पीडब्ल्यूडी विभाग के ऐसे कारनामे आये दिन समाने आते रहते हैं। बताते यह पूरा खेल कमीशन के चक्कर में टेंडर से लेकर निर्माण कार्यों के अंत खेला जाता है।
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बताया जाता की किच्छा क्षेत्र में करीब आठ करोड़ की लागत से आठ सड़कों का निर्माण/पुनर्निर्माण होना है। जिसका टेंडर 12 अप्रैल को निकाला था, जिसमें टेंडर डालने की अंतिम तिथि 26 अप्रैल 3:30 बजे तक की थी। इसके बाद इसी दिन टेंडर खुलने भी थे, लेकिन 27 अप्रैल तक टेंडर नहीं खुल पाए। सुबह को ठेकेदारों की भीड़ विभाग के रुद्रपुर कार्यलय में जुटी हुई थी,जहां पर टेंडर को पूल कराने की चर्चाएं भी चल रही थी, बताया जाता की रोड डालने में लेयर का खेल होता है।टेंडर लेने वाला ठेकेदार पूल कराने के बाद कमीशन अन्य ठेकेदारों में बांटता है,तो अधिकारियों को भी कमीशन दिया था है। किसे कितना कमीशन देने है,इसका फैसला वह पहले ही कर लेता है। फिर उसी हिसाब से कार्य किया जाता है,जिसे नीचे से ऊपर तक कर्मियों और अधिकारियों को पास भी करना होता है। इसलिए कमीशन का यह खेल ठेकेदार खुले रुप में खेलता है। फिर चाहे सड़क एक माह में ही क्यों न टूट जाए। ठेकेदार का बाल बांका भी नहीं होता। इस मामले में हमने सुबह सीनियर अधिक्षण अभियंता रुद्रपुर से सुबह बात की तो उन्होंने बताया की अधिशासी अभियंता विनोद कुमार टेंडर खोल रहे हैं। लेकिन जब अधीक्षण अभियंता से बात हुई तो पता चला की वह पिछले दो दिनों से बाहर गए हुए हैं। अधिक्षण अभियंता विनोद कुमार ने फोन बताया की वह हरिद्वार से लौट रहे हैं,और आते ही टेंडर खोलने की प्रक्रिया पूरी हो जायेगी, लेकिन शाम होने के बाद भी टेंडर नहीं खुल पाए। सूत्रों की मानें तो करोड़ों के टेंडर में कमीशन की प्रक्रिया रोड़ा बन गयी है। जिसके चलते समय निकलने के बाद भी टेंडर नहीं हो पाए हैं। बताया जाता की पिछले दिनों अधिशासी अभियंता की कमीशन को लेकर ही एक वीडियो भी वायरल हो गयी थी।जिसकी खून चर्चाएं चल रही है। जिसे दबाने की कोशिश की जा रही है।