भारतीय संस्कृति के साथ खुला मजाक है आदिपुरुष मूबी! ऐसी मजाक सिर्फ हिन्दू संस्कृति के साथ ही क्यों करती फिल्म इंडस्ट्री सोशल मीडिया पर पर उठाने लगे विरोध के स्वर,धर्म के ठेकेदारों की चुप्पी पर सवाल
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। दो दिन पहले रिलीज हुआ आदिपुरुष मूवी भारतीय संस्कृति के साथ पूरी तरह मजाक है। मूवी सनातन संस्कृति,राम,सीता, हनुमान को को जिस तरह पेश किया गया,उनके डायलोग जिसपर के उनको सुनकर हर कोई हैरान हैं,शिवाय धर्म के उन ठेकेदारों के जो छोटी छोटी बातों को मुद्दा बनाकर जनता को भ्रमित करते देखे गए, हालांकि शोसल मीडिया पर भारतीय संस्कृति को लेकर चिंतित लोगों आवाज उठा रहे हैं।
प्रभास, कृति सेनन और सैफ अली खान की विवादों में घिरी फिल्म आदिपुरुष 16 जून को सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। इसे यदि आपने देखा है तो फिर आपको बताने की जरूरत है,की किसी प्रकार मूवी को सफल बनाने के लिए निर्माता, निर्देशक और कलाकारों ने राम,सीता और रावण के रोल को मजाक के रुप में पेश किया,उनके बोलों को कैसे आधुनिक दौर से जोड़कर यह साबित करने की कोशिश की है,हमारी रामयाण में जो अब तक दिखाया गया है,वह गलत था,सही आज जो दिखाया जा रहा है,वहीं है,तेजी से आधुनिकता के दौर में दौड़ रही हमारी युवा पीढी यदि इस फिल्म को देखेगी तो निश्चित ही उसपर इसका प्रभाव पढेगा ऐसा माना जा रहा है।
आदिपुरुष नाम से बनी इस फिल्म को लेकर पूरे देश में शोसल मीडिया पर चर्चा चल रही है, लोगों इसे भारतीय संस्कृति के खिलाफ बता रहे हैं, लेकिन केरला फिल्म पर बड़ी बड़ी बाते करने वाले धर्म के ठेकेदार चुप्पी साधे हुए हैं। ऐसा क्यों हो रहा यह कहना ठीक नहीं है, लेकिन ऐसे लोगों से आने वाले समय में जनता सवाल जरुर पूछेगी यह तय है। जानकारों की मानें तो कलाकार ऐसा मजाक सिर्फ हिन्दू संस्कृति के साथ ही करते। दूसरे धर्म के साथ मजाक करने के वारे में वह सोचते भी नहीं है। क्योंकि उन्हें पता की दूसरे धर्म के लोग इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे, हिन्दू धर्म उनका कुछ नहीं बिगड़ा पायेगा। इसके पीछे मुख्य बजह यह भी की हिन्दू धर्म के लोग ही ऐसे कलाकारों को बढ़ावा दे रहे हैं।