भूमाफियाओं ने बदल दिया डीडीए का मतलब। सरकार को राजस्व का बड़ा नुक्सान, भूमाफिया की बल्ले-बल्ले। कहीं नोटिस देकर की जा रही खानापूर्ति, कोई बिना अनुमति के ही काट रहा कालौनी।डीडीए की खामोशी पर सवाल।
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। ऊधमसिंहनगर में भूमाफिया ने जिला विकास प्राधिकरण का मतलब ही बदल दिया है। विभाग की लापरवाही से भू-माफिया क्षेत्र में विना स्वीकृति के फटाफट कालौनी काट रहे हैं,तो सरकारी,कृषि की जमीन पर भी कब्जा हो रहे हैं। खानापूर्ति के लिए विभाग ने जिन कालौनियां को नोटिस दिया है, उनमें भी निर्माण और जमीन बिक्री का काम जारी है। डीडीए के होने के बाद भी ऐसा क्यों हो रहा है,यह अपने आप में बड़ा सवाल है।
फौजी मटकोटा की अवैध कालोनी खेत संख्या 134/2 में चल रहे निर्माण का दृश्य , डीडीए से हो चुके है ध्वस्तीकरण के आदेश
उदाहरण के लिए आपको बता दें भूरारानी क्षेत्र के ग्राम फौजी मटकोटा में खेत संख्या 134/2 में करीब पांच एकड़ जमीन भूमाफिया अमित सिरोही, शेखर विश्वास समेत तीन लोगों ने खेती की जमीन पर कालौनी काट दी। तीनों ने डीडीए से अनुमति लेने की जरूरत नहीं समझी। कालौनी में रोड पड़ने के साथ जब भवन बनाने से शुरू हो गए तो लोगों की शिकायत पर डीडीए ने पहले कालौनी काट रहे भूमाफिया को नोटिस दिया और फिर ध्वस्तीकरण का आदेश जारी हो गया। इधर भूमाफिया मामले को मंडलायुक्त के पास पहुंच गए,जहां सुनवाई चल रही। इधर मजेदार बात यह यह की डीडीए में चल रहे इस कार्यवाही के बाद भी कालौनी में निर्माण और जमीन बिक्री का अभी भी जारी है। बताया जाता की शेखर विश्वास और उसके पार्टनर पास में ही मुख्य रोड पर एक और कालौनी काट रहे हैं। उस कालौनी को भी डीडीए से पास नहीं कराया गया,इस कालौनी में आधे से ज्यादा प्लाट बेचे जा चुके हैं, जिसमें निर्माण कार्यों शुरू हो चुके हैं,इस क्षेत्र में आधा दर्जन अन्य कालौनी भी विकास प्राधिकरण को ठेंगा दिखाकर विकसित हो रही है। लेकिन डीडीए बेकर है,या जानबूझ कर खमौशी की चादर ओढ़े हुए है,यह सवाल है।बताते हैं की शेखर विश्वास बड़ा भूमाफिया है, इससे पहले वह की अन्य कालौनी भी बिना डीडीए की अनुमति के काटी चुका है।
यह तो उदाहरण है, दिनेशपुर रोड पर जय नगर और टांजिट कैंप क्षेत्र में जनपद रोड में अवैध कालोनियों का जाल बिछा हुआ है,हर कदम में भूमाफिया के कार्यकाल भी खुले हुए हैं, कालौनियां में फटाफट निर्माण चल रहे हैं। लेकिन विभाग को यह दिखाई नहीं दे रहा है।जिसका फायदा भूमाफिया उठाकर सरकार को राजस्व का बड़ा चूना लगा रहे हैं।