सफल उद्यमी बनने के लिए कौशल विकास का होना जरूरी – प्रो. दुर्गेश पंत। बॉयोटेक की शोध बारीकियों से रू-ब-रू हुए नेपाली छात्र-छात्राएं।
नरेन्द्र राठौर
पंतनगर। उत्तराखंड जैव प्रौद्योगिकी परिषद (बॉयोटेक विभाग) में सार्क एजुकेशन फाउंडेशन, कंचनपुर, नेपाल से आये छात्र-छात्राओं को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकास्ट) देहरादून के महानिदेशक प्रोफेसर दुर्गेश पंत नें कहा कि सफल उद्यमी बनने के लिए युवाओं में कौशल विकास का होना जरूरी है। उन्होंने हिमालय को जैव संपदा का विशाल भंडार बताते हुए उसके सतत और नियंत्रित सदुपयोग की आवश्यकता के साथ हिमालयी जैव विविधता को स्टार्टअप का उत्कृष्ट जरिया बताया।
परिषद के निदेशक प्रोफेसर संजय कुमार नें जैवप्रौद्योगिकी के नवीन शोध, नवाचार व उपलब्धियों की विधिवत जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को फसल उत्पादकता में वृद्धि के साथ हरित क्रांति में बायोटेक्नोलॉजी की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम समन्यवक वैज्ञानिक डा. मणिन्द्र मोहन शर्मा नें विद्यार्थियों में बायोटेक्नोलॉजी में आभिरूचि के लिए प्रयोगशालाओं में चल रही गतिविधियों से रूबरू कराया और पेयजल गुणवत्ता जांच के मानक, संक्रमण के स्रोत, जलजनित बीमारियों के लक्षण और उपायों की जानकारी दी। वैज्ञानिक डॉ. सुमित पुरोहित नें ऊतक संवर्धन से कीवीफल उत्पादन, हाइड्रोपोनिक कृषिकरण की विधि विद्यार्थियों से साझा की। विद्यार्थियों नें बीमारियों की जांच में आण्विक जीवविज्ञान की भूमिका और उसकी उपयोगिता के बारे में भी जानकारी प्राप्त किया। विद्यार्थियों के जिज्ञासाओं व सवालों के अनुरूप परिषद के वैज्ञानिकों नें जवाब दिया और जैवप्रौद्योगिकी में उच्च शिक्षा और नौकरी के अवसर के बारे में विस्तार से बताया।
इस दौरान वैज्ञानिक डा. मणिन्द्र मोहन शर्मा, डा. सुमित पुरोहित, रे फाउंडेशन के कौशल कुमार, सार्क एजुकेशन फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लक्ष्मण बसनेत सहित पूजा चईसिर, राजेश भंडारी, सूरज सिंह एवं जे.आई.ई. ग्रुप ऑफ एजुकेशन की निदेशिका प्रियंका उपस्थित रहे।
फ़ोटो 1- यूकास्ट के महानिदेशक डॉ. दुर्गेश पंत के साथ निदेशक डॉ. संजय कुमार और नेपाली छात्र-छात्रायें।