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उधमसिंह नगर

सिपाही का कमाल,एसएसपी का एक्शन।रम्पुरा चौकी के सिपाही पर भी लगे हैं गंभीर आरोप। स्मैक के साथ पकड़े गए आरोपी को लेकर बड़े खेल भी चर्चा! 

नरेन्द्र राठौर 

रुद्रपुर (खबर धमाका)। एक तरफ ईमानदार पुलिस अधिकारी पुलिस की छबी सुधारने में दिन रात एक किए हुए हैं।वहीं चंद कर्मी महकमे को बदनाम करने में कोई कदम नहीं छोड़ रहे हैं। रुद्रपुर में भी एक ऐसा ही मामला समाने आया है। काफी समय से मादक पदार्थों से जुड़े मामले में खेल रहा सिपाही आफिस इस बार बस गया है‌शुरुराती जांच में इसकी पुष्टि होने के बाद एसएसपी मंजूनाथ टीसी उसे सस्पेंड कर जांच बैठ दी। इधर एक सिपाही पर गंभीर आरोप लगे। मामले में सीओं सिटी जांच कर रही है। बताया जाता की सस्पेंड हो चुके कांस्टेबल का भी उससे कनेक्शन जुड़ा हुआ है।एडीटीएफ में तैनात कांस्टेबल आशिफ हुसैन को अपने पद का दुरूपयोग करने व अवैध कार्यो में संलिप्त रहने पर एसएसपी ने निलंबित।                                                                बताया जा रहा है की एडीटीएफ रुद्रपुर में नियुक्ति के दौरान मुख्य आरक्षी आसिफ हुसैन द्वारा अपने पद का दुरूपयोग कर अवैध कार्यो में संलिप्त व्यक्तियों के साथ तालमेल रखकर उन्हे लाभ पहुंचाया गया। आरोप है कि अपराधिक प्रवृत्ति के एक व्यक्ति को गिरफतारी से बचाने के उद्देश्य से चोरी के एक मामले में अभियुक्त को लाभ दिलाये जाने के उद्देश्य से उसके प्रार्थना पत्र पर बैक डेट में रिसीव कर अपने फर्जी हस्ताक्षर बनाये गये।              आपराधिक प्रवृति के व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से उसके प्रार्थना पत्र पर बैक डेट में रिसीव कर फर्जी हस्ताक्षर किये गये।अवैध एवं अनाधिकृत रूप से थाना रूद्रपुर की मोहर का दुरूपयोग किया गया। पुलिस जैसे अनुशासित बल में नियुक्त रहते हुए आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों से तालमेल रख कर अपने कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, स्वेच्छाचारिता एवं अनुशासनहीनता पर मुख्य आरक्षी आसिफ हुसैन को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया। इधर रम्पुरा चौकी में तैनात एक और सिपाही के खिलाफ भूत बंगला के गुफरान नाम ने एसएसपी मंजूनाथ से शिकायत की है, जिसमें सिपाही पर कई गंभीर आरोप लगाया है। फिलहाल मामले की सीओं सिटी जांच कर रही है।

बताया जाता की पिछले दिनों सस्पेंड मुख्य आरक्षी आसिफ देहरादून में ट्रेनिंग पर था, तभी उसका फोन गुरफान के पास आया था,गुरफान पुलिस का मुखविर बताया जाता था। आसिफ ने उसे एक स्मैक तस्कर की जानकारी दी। जिसे बाद गुलफान ने रम्पुरा चौकी के एक सिपाही के साथ मिलकर पकड़ लिया था। लेकिन जिस स्मैक तस्कर को पकड़ा गया था,उसे उसपर कार्यवाही नहीं हुई है। उससे सौदा कर लिया गया,जिसका बड़ा हिस्सा देहरादून में होने के बाद भी आसिफ तक पहुंचा,तो रम्पुरा चौकी के सिपाही को नाममात्र का हिस्सा दिया गया ‌यह मामला एसओजी कार्यलय तक भी पहुंचा, जिसके बाद शांत हो गया, लेकिन कम हिस्सा मिलने पर गुरुनानक और सिपाही की बिगड गती। मामले एक दुसरे को देख लेने तक भी पहुंच गया है। सिपाही के खिलाफ इसीलिए गुलफान ने कप्तान से शिकायत करके उसकी हकीकत खोली है।

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