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स्मैक का खेल,सौदेबाज़ी में रखवालों पर कब होगी कार्रवाई। गुफरान और अलीम के अलावा दो खाकी धारियों का नाम भी आया था समाने। हिस्सा बटवारे में भेदभाव से खुला था राज।एक कांस्टेबल अपने कारनामों से हो चुका सस्पेंड, दूसरे खिलाफ भी चल रही जांच।

नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। उत्तराखंड को नशा मुक्त प्रदेश बनाने के मिशन पर निकले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह के आहवान के बाद ऊधमसिंहनगर में पुलिस ने मादक पदार्थ के मामले में तेजी से कार्रवाई की है, इसमें कोई शक की गुंजाइश नहीं है, लेकिन फिर भी जब चाहे जहां चाहे स्मैक,चरस,गाजा, कच्ची शराब,नशे के इंजेक्शन खुलेआम बिक रहा है,ऐसा कहते लोग सुने गए,और देखा भी गया। तब पुलिस के मिशन और कार्यवाही पर सवाल खड़े हो गए।इसके पीछे क्या कारण थे,वह भी खुलकर समाने आने लगे हैं। क्योंकि जब खेत के रखवाले ही चोरी करने लगे,तो सुरक्षा की उम्मीद बेमानी साबित हो जाती है।
ऐसा हम इसलिए और इस बजह से कह रहे हैं, क्योंकि मादक पदार्थों की सप्लाई करने वालों से सौदेबाजी का खेल शुरू हो गया है। शिकायते तो यह भी थी,कि कार्यवाही करने वाले ही मादक पदार्थ अपने संरक्षण में विकवा रहे हैं।
रुद्रपुर कोतवाली में गुफरान और अलीम पर S O G बनकर स्मैक तस्कर से 2.20 लाख की ठगी का मुकदमा हुआ है। उसका खुलासा है,हम 15 दिन पहले ही कर चुके हैं। दरासल यह दोनों पुलिस के मुखबिर बताए जाते हैं। यूं तो यह खेल लंबे समय से वर्तमान में सस्पेंड चल रहा कांस्टेबल और उसका साथी कर रहा था,लेकिन पिछले दिनों इसी मामले में स्मैक को छोड़ने के बदले ली गती 2.20 लाख की धनराशी के बंटवारे में हिस्सा बंटवारे को लेकर मामला बिगड़ गया। यह तक के गुफरान और एक सिपाही कम हिस्सा मिलने से कमाने सामने आ गए। जिसमें एक माह पहले गुफरान ने एसएसपी मंजूनाथ टीसी से शिकायत करके कार्यवाही की मांग की थी,जिसकी जांच सीओं सिटी कर रही है।
बताया जाता की वर्तमान में चोर कै बचाने के लिए कोतवाली पुलिस की फर्जी तरीके से मुहर लगाने वाला सिपाही गुफरान पिछले माह देहरादून में प्रशिक्षण दे रहा था,वहीं से उसका फोन अपने मुखविंदर गुफरान के पास आया था,जिसमें एक शिकार की सूचना दी गती।सूचना के बाद गुफरान,अलीम व एक खाकीधारी ने S 0 G बनकर विलासपुर के युवक को दबोच लिया गया,बाद में उससे सौदा कर छोड़ दिया गया। इस मामले में देहरादून में बैठे कांस्टेबल व मुखविरो को तो पूरा हिस्सा मिल गया,लेकिन एक सिपाही को बहुत कम हिस्सा मिला।जिससे वह नाराज हो गया। सिपाही ने गुफरान को देख लेने की धमकी भी दे डाली।गुफरान के द्वारा दी गई तहरीर के बाद मामला बिगड़ गया।
वैसे सस्पेंड चल रहे कांस्टेबल पर इससे पहले भी मादक पादर्थो की बिक्री करने वालों से मिलीभगत व चोरी की बाइक चालने के आरोप लगते रहे हैं।खुफिया विभाग की रिर्पोट में इसका खुलासा भी हुआ है। लेकिन उसके खिलाफ कार्यवाही अमल में नहीं लाई गती।मजेदार बात यह की अपने रसूख के चलते यह दोनों सिपाही लंबे समय से रुद्रपुर में ही जमे हुए हैं।

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