हरिद्वार में पुलिस और बदमाशों में मुटभेड़। गोली लगने से घायल हुआ बदमाश गिरफतार,एक फरार पुलिस कर्मियों पर हंमले के आरोपी पर 50 हजार का ईनाम था घोषित
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। उत्तराखंड के हरिद्वार में पुलिस और बदमाशो के बीच मुठभेड़ की खबर समाने आती है, मुटभेड़ के दौरान पुलिसकर्मियों पर हमला कर फरार चल रहे 50 हजार के ईनामी बदमाश गोली लगने से घायल हो गया। घायल हुए बदमाश को गिरफ्तार कर अस्पताल पहुंचाया गया। मुठभेड़ के दौरान बदमाश को दूसरा साथी फरार होने में कामयाब रहा। जिसकी तलाश की जा रही है।जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह लगभग साढे़ आठ बजे थाना बहादराबाद पुलिसकर्मी गश्त पर थे। इस दौरान जब पुलिस पथरी पुल के नजदीक पहुंची तो उसे वहा दो संदिग्ध आते हुए दिखायी दिये। पुलिस ने जब उन्हे रूकने का इशारा किया तो वह पुलिसकर्मियों पर फायर झोंकते हुए नहर पटरी की ओर भागने लगे। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचा और बदमाशों की घेराबंदी शुरू कर दी और बदमाशों की फायरिंग का जवाब देते हुए पुलिस की ओर से भी फायर शुरू कर दिया गया। जिसमें एक बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गया। जिसे गिरफ्तार कर अस्पताल पहुंचाया गया। जबकि इस अफरातफरी के दौरान बदमाश का दूसरा साथी फरार होने में सफल रहा जिसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बताया कि घायल हुआ बदमाश 50 हजार का इनामी देवराज पुत्र मुरिया निवासी उज्जैन मध्य प्रदेश है, जिसका एक साथी फरार होने में कामयाब हो गया है, जिसकी तलाश की जा रही है। बताया कि पुलिस की मुठभेड़ शुक्रवार की सुबह उन दोनों बदमाशों से हुई जो रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में बीते मई माह में सिपाही प्रीतपाल की आंख फोड़ने के मामले में फरार चल रहे थे। बताया कि मई माह में रानीपुर कोतवाली की चेतक पर तैनात कांस्टेबल प्रीतपाल और विजयपाल शिवालिक नगर क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। इस दौरान दो संदिग्ध युवक पुलिसकर्मियों को देखकर छिपने लगे। जिस पर दोनों पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया और पूछताछ करने लगे। तभी अंधेरे में छिपे उनके दो अन्य साथी निकलकर बाहर आ गए और पुलिसकर्मियों पर डंडे से हमला कर दिया। एक बदमाश ने गुलेल में पत्थर बांधकर हमला कर दिया था। जिससे पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। इससे पहले कि पुलिसकर्मी संभलते, चारों बदमाश भाग निकले। सिपाही प्रीतपाल की आंख पर गंभीर चोट आने के चलते चिकित्सकों ने उसे एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया। जहां तीन दिन बाद सिपाही की आंख निकालनी पड़ी थी। बताया कि इस घटनामें पांच बदमाशों की पूर्व में ही गिरफ्तारी की जा चुकी है। वहीं बदमाशों की गिरफ्तारी पर डीआईजी की तरफ से 50 का इनाम घोषित किया गया था।