Latest:
उत्तराखंड

13 करोड़,112 टेंडर,संकट के बादल! पाषर्द रंजीत बोले हुआ है बड़ा खेल। डीएम से की रद्द करने की मांग।सीएम-राज्यपाल-मंडलायुक्त शहरी विकास मंत्री को भेजा पत्र

नरेन्द्र राठौर 

रुद्रपुर (एसएनबी)। नगर निगम में मेयर रामपाल सिंह के कार्यलकाल के अंत में जारी हुए करीब 13 करोड के 112 टेंडरों में भारी अनिमितताओं का आरोप लगाते हुए निर्दलीय पाषर्द ने रद्द करने की मांग की। पाषर्द ने डीएम के साथ ही मुख्यमंत्री और राज्यपाल, मंडल आयुक्त और शहरी विकास मंत्री को भी इसका पत्र सौपा है। जिससे सभी टेंडरों पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। पार्षद ने मेयर रामपाल सिंह के कार्यकाल के अंतिम 06 माह में हुए सभी कार्यों की जांच की भी मांग की है।

महानगर के वार्ड नबंर 36 के निर्दलीय पाषर्द रंजीत सागर ने डीएम कार्यलय में सौंपें पत्र में कहाँ कि दो दिसबंर को नगर निगम का कार्यकाल खत्म हो चकुा है। इससे पहले नगर निगम में कोड बजट नहीं था। निगम पर ठेकेदारों को पहले से ही करीब 17 करोड रुपया बकाया था,लेकिन मेयर रामपाल सिंह ने अपने कार्यकाल के अंतिम समय में बजट न होने के बाबजूद करीब 13 करोड के 112 टेंडर निकाल दिए। मेयर अपने कार्यकाल के अंतिम में दिन इनका शिलान्यास भी कर दिया, जबकि टेंडरों का निगम से वर्क आर्डर भी जारी नहीं हुआ था। पत्र में कहाँ की निगम में पिछले पांच बर्ष में जितने भी टेंडर हुए थे सभी में 25 से 30 प्रतिशत घाटे में ठेकेदारों ने काम लेकर पूरा किया था, लेकिन अंतिम समय में निकले 13 करोड के 112 टेंडरों को पूल करके एक से दो प्रतिशत घाटे में ठेकेदारों को दे दिया गया, जिससे नगर निगम को कीब चार करोड का घाटा होगा। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया की यह काम मिलीभगत के चलते हुए है। यदि सभी टेंडर नियम के तहत होते तो निगम | को करीब चार करोड की बचत होती, जिससे शहर की कई जर्जर सडकों का निर्माण हो जाता।

शिकायतकर्ता ने डीएम के साथ ही मंडल आयुक्त, शहरी विकास मंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल को भी पत्र भेजकर रुद्रपुर नगर निगम में पिछले माह निकाले गये करीब 13 करोड के 112 टेंडरों को रद्द करने की मांग की गई है।

error: Content is protected !!