और कोतवाल ने दिखाया ठगी के आरोपी को आईना। रम्पुरा में धार्मिक स्थल का अध्यक्ष बनने को लेकर रार। कुछ लोगों पर लगा फर्जी तरीके से चंदा वसूली का आरोप। धार्मिक स्थल की कमाई पर है कई लोगों की नजर
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका) कहते है कि जिसके घर शीशे को हो वो दूसरे घरों पत्थर नहीं फेका करते। और ऐसा करते हैं, उनके समाने मुसीबत खड़ी हो जाती हैं। ऐसे ही एक मामले में रुद्रपुर कोतवाल विक्रम राठौर ने धोखाधड़ी के आरोपी को आईना दिखा दिया।
दरासल रम्पुरा के वार्ड 23 में स्थित एक धार्मिक स्थल के अध्यक्ष बनने को लेकर कई लोग जोर लगा रहे हैं। बताया जाता की धार्मिक स्थल की एक दर्जन दुकानें हैं,तो अच्छा खासा चढाबा भी आता है, धर्मिक स्थल का अध्यक्ष रामलीला कराने के नाम पर लोगों से पैसा एकत्र करता है। लोगों की मानें तो धार्मिक स्थल से हर महीने करीब दो लाख रुपया एकत्र हो जाता है। पिछले बार अध्यक्ष रहे व्यक्ति ने धार्मिक स्थल की दुकानें आवंटित करते समय लोगों से एक एक लाख की पगड़ी भी ली थी, लेकिन उसका हिसाब उसके पास नहीं है। धार्मिक स्थल की इसी कमाई पर रम्पुरा कई लोगों की नजर लगी है। बताया जाता है की चार दिन पहले अध्यक्ष बनने को लेकर तीन दावेदारों ने लोगों की जमकर सेवा भी की थी,ताकी उनके हाथ उसके पक्ष में उठ सके। वहीं रविवार को हुए चुनाव में पूर्व पार्षद लालमन कोली अध्यक्ष बन गए। लालमन के अध्यक्ष बनने पर मुकाबले में उतरे दो अन्य प्रत्याशी एक हो गए। उन्होंने लालमन पर गलत तरीके से अध्यक्ष चुने जाने का आरोप लगाते हुए विरोध शुरू कर दिया,यहां तक के दोनों ने धार्मिक स्थल की फर्जी बिल बुक छपवा कर चंदा वसूली भी शुरू कर दिया। बुधवार को मामला पुलिस तक पहुंचा गया। अध्यक्ष चुने गए लालमन ने पुलिस को दोनों के खिलाफ तहरीर सौंपकर फर्जी तरीके से धन वसूली का आरोप लगाकर कार्यवाही की मांग की। इधर बाद में दूसरा पक्ष भी कोतवाली पहुंच गया। कोतवाल विक्रम राठौर के समाने भाजपा के पूर्व महामंत्री रहे चंद्रसेन कोली ने अध्यक्ष चुने गए लालमन और पूर्व अध्यक्ष पर भारी घपले के आरोप लगाने शुरू कर दिए। जिससे कोतवाल का पारा चढ़ गया। उन्होंने की किसी के आरोप लगाने से कोई दोषी नहीं हो जाता। उसके खिलाफ भी लंबे समय लोग शिकायत कर रहे,महिलाएं हर दिन कोतवाली पहुंच रही है। जिसमें जांच भी चल रही। कोतवाल की बात सुनकर भाजपा का पूर्व नगर महामंत्री चुप हो गया।दरासल चंद्रसेन कोली पर फर्जी बैंक खोलकर रम्पुरा के सैकड़ों लोगों का पैसा हड़प्पने करने का आरोप लगा था। पैसा जमा करने वाले उसके खिलाफ तहरीर भी सौंपी चुके हैं, अधिकारियों ने की धार जांच भी कराई है। लेकिन सत्ता के जबाब में उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है। चंद्रसेन धार्मिक स्थल का अध्यक्ष बनकर फिर खुल खिलाने की फिराक में है।