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उधमसिंह नगर

घोर कलयुग,जायदाद के लिए पहले मां,फिर भाई का किया कत्ल। पुलभट्टा में मिले शव की गुत्थी सुलझी।पीलीभीत क्षेत्र के पपेन्द्रर का निकला शव‌। भाई ने ही शराब पिलाकर गला रेतकर की थी हत्या।

नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। ऊधमसिंहनगर के पुलभट्टा थाना क्षेत्र में ओवर ब्रिज पर मिले अज्ञात शव की गुत्थी सुलझ गरीब है। मृतक को उसके ही भाई ने शराब पिलाने के बाद गला रेत कर मौत के घाट उतारा था। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने जमीन हड़पने के लिए पहले अपने मां को भी मौत के घाट उतारने की बात कबूल की है।  पुलिस की सफलता पर एसएसपी ने पुलिस टीम को पुरस्कार हेतु दो हजार रुपए की राशि दिए जाने की घोषणा की है। थाना पुल भट्टा में मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी डॉक्टर मंजूनाथ टीसी ने बताया कि 1 अगस्त की रात्रि करीब 12.20 बजे थाना पुल भट्टा फ्लाई ओवर पर केवल अण्डरवियर पहने हुए व्यक्ति का शव पडा है होने की सूचना पर थानाध्यक्ष पुलभट्टा कमलेश भट्ट पुलिस टीम के साथ मौके पर  पहुँचे तो पाया कि एक करीब 30-35 साल के व्यक्ति को गला रेतकर नग्न अवस्था मे फ्लाई ओवर पर फेका गया है। थाना पुल भट्टा प्रभारी कमलेश भट्ट ने घटना की जानकारी  उच्चाधिकारी गण को दी गयी एंव मौके से महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्रित किये गये। लावारिश शव की शिनाख्त के प्रयास किये गये परन्तु शव की शिनाख्त नहीं हो सकी।। एसएसपी के निर्देश एसपी क्राइम एवं सी ओ ओमप्रकाश शर्मा निर्देशन में 6 टीमों का गठन किया गया। पुलिस टीमों द्वारा लगभग 95 सीसीटीवी कैमरो का गहनता से अवलोकन किया एवं मोबाईल सर्विलांस आदि की मदद से एक संदिग्ध ट्रक को ट्रेस किया जो उसी स्थान पर (घटना स्थल) मे आकर रूका और अपनी लाईटे बन्द की करीब 03 मिनट तक वही पर रहा और फिर  लाईट बन्द कर सितारगंज हाईवे की ओर चला गया। उक्त सीसीटीवी फुटेज के आगे व पीछे के सीसीटीवी कैमरा चैक किये गये तो संदिग्ध ट्रक का रंग लाल और सामने का फ्रन्ट सफेद  बाडी पर BTC  लिखा हुआ दिखाई दिया तथा घटना स्थल से ट्रक सितारगंज की ओर चला गया । शव की शिनाख्त के लिए अथक प्रयास किये गये  5 अगस्त को मृतक की शिनाख्त पपेन्दर सिंह उर्फ लाडी पुत्र मंजीत सिंह निवासी ग्राम बुखारपुर थाना नबाबगंज जिला बरेली उ0प्र0 उम्र 40 वर्ष के रूप मे हुई । जब मृतक के परिजनो से मृतक के विषय मे जानकारी की तो पता चला कि मृतक अपने भाई गुरदेव सिंह पुत्र  मंजीत सिंह निवासी ग्राम बुखारपुर थाना नबाबगंज जिला बरेली के साथ ट्रक क्लीनर का काम करता था तथा अपने भाई के साथ ही घर से निकला था। मृतक एवं उसका भाई 1 जून की रात्रि 10. बजे तक लालकुँआ मे साथ साथ देखे गये थे। मृतक के परिजन की तहरीर पर थाना पुल भट्टा पर अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया। पुलिस टीम द्वारा मुखबिर  की सूचना  पर मृतक पपेन्दर के भाई गुरदेव सिंह को कच्चा बाईपास काली मन्दिर के पास से गिरफ्तार कर लिया जो कही बाहर भागने की फिराक मे था । हिरासत में लिए गए मृतक के भाई से पुलिस ने कड़ी पूछताछ की तो हैरतअंगेज खुलासा करते हुए बताया कि वो दो भाई व 05 बहने है । गांव मे ही उनकी काफी जमीन जायदाद थी किन्तु अधिकांश जमीन बिक चुकी है । मृतक पपेन्दर सिह उर्फ लाडी शराब पीने का आदी था। हत्या आरोपी गुरदेव सिंह  ने 50 हजार रुपये भी मृतक से उधार लिये थे । पपेन्दर बार-बार बची कुची जमीन का हिस्सा मांगकर मुझे परेशान करता था हत्यारोपी के माता पिता भी पपेन्दर का साथ देते थे जिस कारण पिछले वर्ष  भाई के ‌हत्यारे गुरदेव सिंह ने अपनी  सगी मां स्वर्ण कौर को भी मार डाला था किन्तु  पारिवारिक मामला होने के कारण वह बात दबा दी गयी थी। भाई का हत्यारोपी की सारी जमीन उसके पिता मंजीत सिंह के नाम पर है वो जमीन का बटंवारा नही कर रहे है,  इस बारे मे कई बार पंचायत भी हुई किन्तु हत्यारोपी के पिता मंजीत बंटवारे की बात नही माने । इस पर हत्यारोपी गुरदेव सिंह ने सबसे पहले अपने भाई पपेन्दर को और उसके बाद अपने पिता मंजीत को जान से मारकर सारी जमीन जायदाद हडपने की योजना बना ली। हत्यारोपी ने पुलिस को बताया ने बताया मै ट्रक ड्राईवर हूँ तो मै अपने भाई पपेन्द्र  को अपने साथ  हेल्पर के रूप मे रखता था अपनी मां को मारने के बाद पपेन्द्र को मारने का प्लान मैने पहले बना लिया था। इस कारण मैने उसकी शादी भी नही होने दी । और नही उसका कोई आधार कार्ड आदि बनने दिया ताकि इसे कही भी मारकर फेक देने पर इसकी जल्दी से कोई पहचान न हो सके । बीती 1 अगस्त को वह अपना ट्रक न0 UP80DT-5927  को लोडकर हल्द्वानी में माल उतारने गया था । वापसी मे मैने और पपेन्दर ने  हल्द्वानी से  देशी शराब का एक हाफ व दो क्वाटर लिये तथा लालकुआ में आने के बाद प्रकाश होटल लालकुँआ के पास हमने अपना ट्रक खडा कर प्रकाश होटल मे खाना खाया तथा मैने ज्यादा शराब पपेन्द्र को पिलायी जिस कारण उसे काफी नशा हो गया था ।  रात करीब 10-11 बजे के आस पास हम वहाँ से चल दिये  । पुलभट्टा से आगे आने के बाद गोला पुल के पास मैने अपने ट्रक मे रखी छुरी से अपने भाई पपेन्दर उर्फ लाडी का गला रेत दिया और फ्लाई ओवर पर गाडी रोककर उसके केवल अण्डवियर छोडकर सारे कपडे उतारकर उसे फ्लाईओवर पर  फेक दिया ताकि उसकी शिनाख्त न हो सके । इसके बाद मै सितारगंज की ओर ट्रक लेकर गया जहाँ बेगुल पुल पर मैने चाकू और उसके कपडे फेके और फिर नानक ढाबा सिसैया के पास रात भर रूका और सिडकुल सितारगंज की गुजरात अम्बुजा फैक्ट्री से ग्लूकोज लोडकर मैने गाडी दूसरे ड्राईवरो के हाथो आगरा भिजवा दी तथा अपने घर वापस चला आया । किसी को कुछ नही बताया जब कई दिन तक पपेन्द्र घर नही आया तो मेरे पिता और मेरे मामा ने पपेन्द्र की जानकारी मुझसे की तो मैने उनको झूठी कहानी बता दी कि वह गाडी छोडकर भाग गया था । इस पर परिवार के कहने पर मै लालकुँआ थाने गया जहाँ पपेन्दर की फोटो पुलिस को दिखाकर बताया कि पुलभट्टा थाने मे उसकी बाडी मिली है  फिर मै वहा से फरार हो गया । पुलिस ने हत्यारोपी की निशानदेही पर घटना मे प्रयुक्त  आलाकत्ल चाकू और मृतक के कपडे बरामद कर लिए है तथा‌  हत्यारोपी को न्यायालय भेजा  जा रहा है । पुलिस टीम की इस सफलता पर एसएसपी डॉक्टर मंजूनाथ टीसी ने पुरस्कार स्वरूप दो हजार रुपए जाने की घोषणा की।
फोटो केसीएचपी पी0 01 किच्छा हत्या के मामले का खुलासा करते एसएसपी डॉक्टर मंजूनाथ पीसी तथा पुलिस हिरासत में हत्यारोपी गुरदेव सिंह।
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