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आखिर गुंडा टैक्स तक कैसे पहुंचा मारपीट का मामला!पुलिस को मुकदमा दर्ज करने में लगे छ: दिन। यार्ड के स्वामी की तहरीर पर कई लोगों के खिलाफ मुकदमा। भीड़ मांग रही थी रंगदारी,यह अपने आप में सवाल!

नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका) । रुद्रपुर के भदईपुरा में 31आगस्त की रात्री यार्ड के सुरक्षा कर्मियों और कुछ युवकों के बीच हुई मारपीट का मामला अब गुंडा टैक्स वसूली तक पहुंच गया है। पुलिस को इस मामले में मुकदमा दर्ज करने में छः दिन का समय लग गया। जिससे पुलिस कार्रवाई पर सवाल पर सवाल उठ रहे हैं। वहीं जिन लोगों के नाम समाने आए हैं, उनमें अधिकांश अपराधी बताए जा रहे, जिससे घटना को लेकर किसी को आश्चर्य भी नहीं हो रहा। सच्चाई क्या है यह पुलिस की जांच में ही आयेंगी। लेकिन मारपीट की घटना गुंडा टैक्स कैसे पहुंची यह अपने आप में बड़ा सवाल है। मुकदमे में जितने लोगों को शामिल किया गया,उतने लोग मिलकर किसी से रंगदारी जैसी चीज मांग रहे होंगे यह भी अपने आप में सवाल है।
जानकारी के मुताबिक शुक्ला फार्म के पास फाइनेंस की खींची गई गडिया खड़ी करने का यार्ड है। 31 अगस्त के शाम यार्ड के बाहर दो युवक बाथरूम कर रहे थे, जिन्हें गार्डों ने पीट दिया। जिसके बाद युवकों ने अपने साथियों को बुलाकर गार्डों की पिटाई कर दी। युवक यार्ड के अन्दर तक घुस गए। मारपीट की यह घटना दो बार हुई। बताया जाता की यार्ड प्रबंधन की तरफ घटना के दिन ही मारपीट की तहरीर भी दी गयी थी, लेकिन मुकदमा 06 सितंबर को आज हुआ है, बीच में मामले में समझौते का भी दौर चला। लेकिन समझौते की बात नहीं बन पाई।
दर्ज रपट में अमित कुमार पाण्डेय पुत्र नारद पाण्डेय निवासी वार्ड 4 शुक्ला फार्म ने कहा है कि वह शुक्ला फार्म तीन पानी स्थित श्री श्याम मोटर्स का स्वामी है। वहाँ बैंको की खीची हुई गाडीयों खड़ी करने का अधिकृत यार्ड है। जहाँ वह स्वयं व उसके सिक्योरिटी गार्ड दिनेश राहुल आदि के साथ निवास भी करता है। उसका आरोप है कि भदईपुरा निवासी विकेश यादव पुत्र विजय बहादुर यादव, हेमन्त मिश्रा उर्फ मोनू पुत्र घनश्याम मिश्रा अपने 4-5 साथियों सहित कभी भी यहाँ पर आकर उसेे धमकी देते थे कि बैंक की गाडियों हमारे मुहल्ले में खड़ी कर बैठे-बैठे ढेरो रूपया कमा रहे हो। उन्हें भी प्रति माह 10 हजार रूपये टैक्स चाहिये। उनसे जब पूछा कि ये 10 हजार किस बात का टैक्स है तो उन्होंने कहा कि गुंडा टैक्स नही दोगे तो तुम नहीं बचोंगे और न ही तुम्हारा कारोबार रहेगा। अमित का कहना है वह जान बचाने की खातिर 10 हजार रूपये प्रति माह विकेश यादव व हेमन्त मिश्रा को देने लगा। 31 अगस्त को सांय विकेश यादव हेमन्त, मिश्रा, अंकित थापा पुत्र प्रदीप थापा, सौरभ गंगवार पुत्र सुन्दर लाल गंगवार उसके यार्ड में आये और कहने लगे कि 31 तारीख होने पर भी कोई रुपया नहीं दिया है। अब तू इस माह से 50 हजार रूपये प्रति माह देगा। अमित ने जब 50 हजार रूपये प्रति माह देने पर असहमति दिखाई तो उक्त लोग तमंचा निकाल कर गोली भरने लगे व जान से मारने की धमकी देने लगे। अमित ने अपने सहकर्मी दिनेश और राहुल को यार्ड से बाहर निकालने को कहा तो उक्त लोग जान से मारने की धमकी देते हुए वहाँ से चले गये। अमित का आरोप है कि रात्रि विकेश यादव, हेमन्त मिश्रा ,अंकित थापा, शेखर कश्यप उर्फ शेख, सौरभ गंगवार , आदित्य पाण्डेय, धर्मेन्द्र कुमार , अभिषेक यादव, रवि शेख यादव, ओमवीर यादव उर्फ बिल्ला आदि अपने 5-10 अपने बदमाश साथियों सहित उसके यार्ड में मुख्य गेट तोडकर जबरन घुस आये। ऑफिस में घुसते ही वहाँ खडी गाड़ियां तोडने लगे। उन्हें मना करने पर उक्त लोगों ने तमंचा व धार दार हथियारों से हमला किया। जाते जाते कैमरा तोडकर अपने साथ ले गये। विकेश यादव ने धमकी दी अब भी रूपया नही दिया तो इसी यार्ड में डीजल डालकर गाडियों के साथ तुम्हें भी जिन्दा जला डालेगें। अमित का कहना है जब उसके सहकर्मी दिनेश और राहुल कोली उसे उसके घर छोडने जा रहे थे तब रास्ते में राहुल कोली को विकेश यादव, हेमन्त मिश्रा उर्फ नोनू ने पकड़ कर मुहं मे तमंचा घुसाकर कहा कि ज्यादा बडा चौकीदार बन रहा है। तुझे कौन बचाएगा। अमित ने दर्ज रपट में पुलिस से आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई कर अपनी जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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