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उत्तराखंड

नैनीताल में खाघ पदार्थों के 27 नमूने फेल। रक्षाबंधन बंधन से पहले खाघ सुरक्षा विभाग ने लिए थे सैंपिल। सबसे ज्यादा मिठाईयों के सैंपल हुए फेल

नरेन्द्र राठौर 

रुद्रपुर(खबर धमाका)। उत्तराखंड में खाने की सामग्री में मिलावट कर इंसान को बीमार करने वाले अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। रक्षाबंधन से पहले कुमाऊं मंडल के नैनीताल जिले के कालढूंगी, रामनगर और हल्द्वानी शहरों में खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने  नैनीताल जिले में विभिन्न खाद्य पदार्थों के 221 नमूने लिए थे। इनमें 27 खाद्य नमूने अधोमानक पाए गए हैं। इनमें सबसे अधिक मिलावट मिठाइयों में मिली।                                          रुद्रपुर स्थित राज्य खाद्य एवं औषधि विश्लेषणशाला के उपायुक्त डाॅ. राजेंद्र सिंह कठायत ने बताया कि मोबाइल लैब के माध्यम से टीम के सदस्यों ने मिठाइयों के 91 नमूनों की सर्विलांस जांच की। जिसमें मिठाई 18 नमूने अधोमानक मिले। डॉ. कठायत ने बताया कि मसालों के 48 नमूने, अनाज के 24, खाद्य तेल 17 और खाद्य पदार्थों के 13 नमूने भरे गए। इसके अलावा दूध, मक्खन, पनीर, मावा, घी, दही के 28 नमूने भरे। इनमें मसालों के तीन, तेल का एक और बेसन का एक नमूना फेल हुआ। उन्होंने बताया कि इस अभियान में लिए गए कुल 221 खाद्य पदार्थों में से 27 नमूने अधोमानक पाए गए।

दूध और दुग्ध निर्मित खाद्य पदार्थों से निकाली जा रही वसा

रुद्रपुर। जांच में दूध और दुग्ध निर्मित पदार्थों में वसा की भारी कमी पाई गई है। मसालों में स्टार्च और कृत्रिम रंग की मिलावट मिली है। मिठाइयों में भी स्टार्च और खेसरी दाल मिलावट भारी मात्रा में मिली है। इन मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से सुगर, हृदय रोग जैसी कई बीमारियों का खतरा रहता है।

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