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यक्ष प्रश्न,शराब तस्करी, टैक्टर और चोर! आखिर किसका है टैक्टर, पुलिस की थ्योरी पर सवाल! किसी बड़े खिलाड़ी पर तो नहीं हो रही मेहरबानी। आबकारी विभाग और पुलिस पता लगाने में फेल! सहायक आबाकारी आयुक्त समेत छह लोग जा चुके हैं जेल

नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। ऊधमसिंहनगर में आबाकारी विभाग द्वारा पिछले माह पकड़ी गई शराब तस्करी की बड़ी खेंप की कहानी आज अनसुलझी पहेली बनी हुई। आबकारी विभाग द्वारा तस्करी में पकड़ा गया टैक्टर विभाग से चोरी होने के बाद पुलिस टैक्टर बरामद कर चुकी है। मामले में सहायक आबकारी आयुक्त पन्ना लाल समेत 06 लोग जेल जा चुके हैं। लेकिन आज भी टैक्टर किसका था और शराब तस्कर कौन इसका पता नहीं चल पाया है।
पिछले सप्ताह पुलिस ने जब आबाकारी विभाग से चोरी हुआ टैक्टर बरामद कर सहायक आबाकारी आयुक्त समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया था,तब कहा गया की सहायक आबाकारी आयुक्त ने दो लाख रुपया लेकर अपना ईमान बेचता था, वहीं बदले में जो टैक्टर खड़ा किया गया था वह ढेड लाख में खरीदा गया था,जो कुल मिलाकर 3.50 लाख रुपया बनते हैं। जानकारों की मानें तो जो टैक्टर चोरी हुआ था उसकी वर्तमान में कीमत 03 से 04 लाख से ज्यादा नहीं है। सवाल यह की फिर टैक्टर को चोरी करने का क्या औचित्य था। अगर पुराने टैक्टर को खडा करके बड़ा मुनाफा होता तो यह बात समझ में जरुर आती। लेकिन जितने का टैक्टर उतना पैसा खर्च करके कोई चोर बनेगा यह बात समझ से परे और सवाल खड़े करने वाली है, जिसमें साजिश की बू भी आ रही।
फिर जो पुलिस नंबर देख मिनटों में उनके मालिक का पता लगा लेती है,वह ढेड़ सप्ताह बाद भी उसका पता क्यों नहीं लगा पाईं है‌,यह अपने आप में सवाल है। चर्चा तो यह भी है कि किसी बड़े राजनीतिक रसूख रखने वाले तस्कर को बचाने के लिए पूरा खेला जा रहा है। तालाब की छोटी मछलियों को पुलिस पकड़कर अपनी पीठ थपथपा रही है।और बड़े खिलाड़ी को पकड़ा तो दूर उसके नाम का भी खुलासा नहीं किया जा रहा।

पुलिस ने टैक्टर चोरी में चार और लोगों को किया गिरफ्तार
जिला आबकारी कार्यालय में खड़ा ट्रैक्टर को बदलने प्रकरण में पुलिस ने चार और आरोपी गिरफ्तार किए हैं। जबकि दो अभी भी फरार है। पुलिस गिरफ्तारी को दबिश दे रही है। मंगलवार को पुलिस कार्यालय में एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने खुलासा करते हुए कहा कि उप आबकारी निरीक्षक खीमानंद शर्मा ने पंतनगर पुलिस को 5 सितंबर को तहरीर सौंपी। तहरीर में कहा कि आबकारी कार्यालय परिसर में खड़ा ट्रैक्टर बदल दिया गया। उसकी जगह दूसरा ट्रैक्टर खड़ा कर दिया। एसपी सिटी ने बताया कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए तो मामला खुलता गया। पुलिस ने 7 सितंबर को हरपेज सिंह निवासी बाजपुर को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की गई। उसकी निशानदेही पर ट्रैक्टर बरामद किया। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण में शामिल सहायक आबकारी आयुक्त पन्ना लाल शर्मा को भी गिरफ्तार किया। दोनों को जेल भेज दिया गया। इसके बाद पुलिस की जांच जारी रही। एसपी के मुताबिक पुलिस इस प्रकरण में शामिल हरि सिंह निवासी मोहाली जंगल बेरिया दौलत केलाखेड़ा,मोबिन निवासी गांव बाजपुर, बलजिंदर सिंह उर्फ पिंटु निवासी मोतीपुरा गदरपुर और अवधेश निवासी मिलईया। खटीमा को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त कार बरामद की। एसपी सिटी ने बताया कि अभी इंद्रजीत और धर्मवीर फरार है। घटना को धर्मवीर, इंद्रजीत समेत दो अन्य ने अंजाम दिया था। चारों को कार्रवाई के बाद जेल भेज ऊ। फरार दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। पुलिस के मुताबिक आबकारी अधिकारियों ने अबैध शराब कतस्करी में ट्रैक्टर ट्राली पकड़ी थी । टीम में इंस्पेक्टर राजेंद्र डांगी, चौकी प्रभारी सिडकुल प्रदीप कुमार,एसआई संजय कुमार, पंकज पोखरियाल, नितिन कुमार आदि शामिल थे।

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