उधमसिंह नगर

युद्ध का हुआ एलान, लक्ष्मण हुए मूर्छित।श्री राम हुए व्याकुल, हनुमान लाए संजीवनी बूटी। समाजसेवी भारत भूषण चुघ एवंअग्रवाल सभा के उपाध्यक्ष विजय भूषण गर्ग ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित किया शुभारंभ

नरेन्द्र राठौर 

रुद्रपुर (खबर धमाका)। श्री शिव नाटक क्लब द्वारा आयोजित प्रभु श्री राम जी की लीला के मंचन के बाहरवें दिन *शुभारंभ उत्तराखंड युवा पंजाबी महासभा के अध्यक्ष भारत भूषण चुघ एवं अग्रवाल सभा उत्तराखंड के उपाध्यक्ष एवं समाजसेवी विजय भूषण गर्ग द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया, एलायंस सोसायटी के बाल कलाकार भी उपस्थित थे जिन्होंने अपने अभिनय की प्रस्तुति भी दी

 

श्री रामलीला मंचन में प्रभु श्री राम जी द्वारा रावण को समझने के लिए अंगद को दूत के रूप में रावण के पास भेजा जाता है अंगद के बार-बार समझाने के बाद भी रावण को समझ में नहीं आता है रावण और अंगद के बीच भीषण संवाद होता है और अंत में रावण अंगद द्वारा अपना पैर धरती पर जमा कर रावण के शूरवीरों की परीक्षा ली जाती है और कोई भी शूरवीर अंगद का पैर धरती से नहीं उठा पता है और अंगद द्वारा युद्ध का ऐलान किया जाता है
प्रथम दिन युद्ध के लिए रावण द्वारा मेघनाथ को भेजा जाता है मेघनाथ और लक्ष्मण का भीषण युद्ध होता है मेघनाथ द्वारा ब्रह्मास्त्र का प्रयोग कर लक्ष्मण को मूर्छित कर दिया जाता है प्रभु श्री राम लक्ष्मण की अवस्था देखकर बहुत ही व्याकुल होते हैं ऐसे में विभीषण की सलाह पर हनुमान जी सुषैण वैध को लेकर आते हैं सुषैण वैद्य जी बताते हैं कि अगर संजीवनी बूटी रात में आ जाए तो लक्ष्मण के प्राण बच सकते हैं हनुमान जी जाकर संजीवनी बूटी का पूरा पर्वत ही उठा लाते हैं और सुषैण वैध द्वारा संजीवनी बूटी से लक्ष्मण के प्राण बचाए जाते हैं
*आज की लीला में कुंभकरण विभीषण संवाद, मेघनाथ द्वारा मां निकुंभला की पूजा, मेघनाथ सुलोचना संवाद,अंतिम विदाई, मेघनाद वध तक की लीला का मंचन किया जाएगा*

विशेष भूमिकाओं में रावण अतुल बांगा, अंगद दिव्यम घई,मेघनाद चेतन खनिजो,राम गौरव अरोरा, लक्ष्मण रविनकक्कड, हनुमान सनी कक्कड़, विभीषण विशाल गुंबर,सुग्रीव विशांत भसीन, मंत्री आदित्य कुमार, युवराज अरोरा,लवीश गावड़ी,कृष गावड़ी द्वारा बहुत ही सुंदर अभिनय किया गया
*मंच संचालन जौली कक्कड़ ने किया*
श्री शिव नाटक क्लब द्वारा सभी अतिथियों का पटका ओढ़ाकर एवं बैच लगाकर सम्मानित किया गया एवं अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया अतिथि सपरिवार कनिका चुघ नमन चुघ आयुष गर्ग

इस अवसर पर श्री शिव नाटक के सरपरस्त संजय ठुकराल,राजकुमार परुथी, सुखीजा,नरेश शर्मा, सूरज प्रकाश रमेश गुलाटी, महावीर सेवा दल से सुरेश राजदेव,सोनू गगनेजा,अध्यक्ष जगदीश सुखीजा, महासचिव राजकुमार भुसरी, कोषाध्यक्ष बबलू घई,निर्देशक नरेश घई, जीतू गुलाटी,उपाध्यक्ष बिट्टू अरोरा, अवतार सिंह खुराना, सचिव विजय परुथी, भारत हुड़िया,प्रचार मंत्री जगमोहन अरोरा,अमित गौर शिवकुमार सागर सनी अरोरा,अक्षित छाबड़ा, गर्व गुलाटी,राजीव भसीन, अनमोल घई, अरुण अरोरा, पुष्कर नागपाल, विशांत भसीन,राजदीप बठला,बंटी मुंजाल, राकेश तनेजा,गौरव गांधी ,विशाल गुंबर,प्रवीण बत्रा, प्रवीण ठुकराल, पुष्कर नागपाल, नैतिक तनेजा,मनीष अग्रवाल,अरुण अरोरा, सनी अरोरा ,राजीव झाम,हरीश जुनेजा, चिराग जुनेजा आदि उपस्थित थे

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