ऊधमसिंहनगर में वृद्ध महिला को बाघ ने बनाया निवाला।बाघ को भगाने के लिए वन विभाग को करनी पड़ी फायरिंग। परिजनों में मचा कोहराम, लोगों में दहशत
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। खटीमा के सुरई रेंज के बग्गा चौवन में पशुओं के लिए घाट काटने गई वृद्ध महिला पर बाघ ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया। बाघ के हमले से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। वन विभाग टीम ने मौके पर पहुंचकर 17 राउंड फायरिंग कर बाघ को जंगल की ओर खदेड़ कर वृद्ध महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
बुधवार को बग्गा चौवन निवासी 70 वर्षीय भागुली देवी पत्नी स्व. नैन सिंह गांव की चार-पांच महिलाओं के साथ गांव से सटे सुरई रेंज के कम्पार्ट कक्ष संख्या 47 बी में पशुओं के लिए घास लेने गई थी। इसी बीच बाघ ने वृद्ध महिला के ऊपर हमला कर उसे जंगल के ओर खींच ले गया। साथ गई महिलाओं के शोरगुल करने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे। बाघ वृद्ध महिला को जंगल की ओर लेकर चला गया। पूर्व जिला पंचायत सदस्य धर्म सिंह दसौनी ने घटना की सूचना सुरई रेंज के वनक्षेत्राधिकारी राजेंद्र सिंह मनराल और झनकईया थाने में दी। इस पर रेंजर मनराल और थानाध्यक्ष रविंद्र सिंह बिष्ट टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। वन विभाग टीम ने बाघ को भगाने के लिए 17 राउंड फायरिंग की। वन विभाग टीम ने बख्तरबंद टै्रक्टर से घटना स्थल पर पहुंचकर वृद्ध महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वन विभाग टीम ने घटना स्थल के आसपास क्षेत्रों में संघन तलाशी ली गई और बाघ की उपस्थिति के पद चिन्ह व निशानों की खोजबीन के दौरान कक्ष संख्या 47ब में बाघ के स्पष्ट पद चिन्ह नहीं मिले। शव के निरीक्षण में टीम को बाघ के बाल मिले। जिन्हें सैंपल के रूप में एकत्र किया गया। इसके साथ ही शव में मौजूद बाघ के द्वारा किए गए घाव से बाघ की लार का स्लाइवा सैंपल लिया गया। जिसे स्लाइवा स्टिक में एकत्र किया गया। झनकईया थाने के उपनिरीक्षक मनोज शर्मा ने शव का पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। मृतका अपने पीछे तीन पुत्र भूपाल सिंह, इंद्र सिंह और रमेश सिंह को रोता बिलखता छोड़ गई है। रेंजर मनराल ने बताया कि बाघ के हमले में वृद्धा की हुई मौत की सूचना उच्चधिकारियों को दे दी गई है। मनराल ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मृतक के परिजनों को शासन से मिलने वाली आर्थिक सहायता के कार्रवाई की जाएंगी। रेंजर मनराल ने बग्घा चौवन के ग्रामीणों से जंगल न जाने एवं रात्रि में अकेले घरों से बाहर न निकलने तथा वन क्षेत्र में आवागमन करते समय सर्तकता बरतने की अपील की है। रेंजर मनराल ने बताया कि बाघ की गतिविधियों की खोजबीन के लिए घटना स्थल पर ट्रैप कैमरे लगाए जा रहे है और मौके पर ही जीपीएस रीडिंग साक्ष के लिए संकलित किए गए है। इधर बाघ के हमले के बाद बग्घा चौवन में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्राम प्रधान पूजा दसौनी ने वन विभाग से मृतक परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। घटना की सूचना मिलने पर विधायक भुवन कापड़ी भी मौके पर पहुंचे और वन विभाग को सरकार से मिलने वाली आर्थिक सहायता के लिए दिशा निर्देश दिए। विधायक कापड़ी ने मृतका के आवास पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी।