रुद्रपुर में हिस्ट्रीशीटर राजेश पर लग रंगदारी मांगने का आरोप।सिडकुल के स्क्रैप व्यापारी ने पंतनगर पुलिस को सौंपी तहरीर। राजेश पर भाजपा विर्क ने भी लगाया धमकाने और बदनाम करने का आरोप
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर(खबर धमाका)। तीन वर्ष पहले रुद्रपुर में दिनदहाड़े भाजपा पार्षद प्रकाश धामी हत्याकांड के मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर राजेश गंगवार पर अब रंगदारी मांगने का आरोप लगा है। मामले में सिडकुल के एक स्क्रैप व्यापारी ने पंतनगर पुलिस को तहरीर सौंपकर कार्यवाही की मांग की है। कारोबारी ने अपनी जान को खतरा भी बताया है।इधर पूर्व सभासद ने राजेश ने भी तहरीर सौंपकर कार्यवाही की मांग की है।
ओमैक्स कालौनी निवासी मोहन स्वरूप पुत्र मेवा राम ने पंतनगर पुलिस को सौंपी तहरीर में कहा कि वह सिडकुल कि इंडिया फोर्स कंपनी में पिछले 16 वर्ष से स्क्रैप खरीदने का काम करता है। 2023 में पवन शर्मा और क्षीतिस सेतिया नाम के दो और लोग उसके काम में बराबर-बराबर के हिस्सेदार बन गए थे,सभी पार्टनर आपस में पूरी तरह ईमानदार से काम कर रहे थे, मोहन के मुताबिक 09 अप्रैल को उसके मोबाइल एक फोन आया,फोन करने ने अपना नाम राजेश गंगवार बताते हुए कि अब उस कंपनी में वह काम करना बंद कर दें, नहीं तो अंजाम ठीक नहीं होगा, बाद में पता चला कि फोन करने वाला बड़ा हिस्ट्रीशीटर है, उसके खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या,लूट, रंगदारी के तमाम मामले दर्ज हैं, जिससे उसे भय सताने लगा है।
मोहन स्वरूप का आरोप है,कि 10 अप्रैल को करीब 12:30 बजे वह सिडकुल से लौट रहा था,तभी एक उसकी कार से आए हिस्ट्रीशीटर ने उसे रोक लिया,और उसकी कार में बैठ गया,इसी दौरान उसने तंमचा निकालकर उसकी डैक्सबोर्ड के ऊपर रख दिया और उससे कहा कि यदि तुम्हें कंपनी में काम करना है,तो हर माह पांच लाख रुपए की देने होंगे, आरोप है कि हिस्ट्रीशीटर ने उसकी कार में रखे एक लाख रुपए निकाल लिए,और धमकी देते हुए कहा कि बाकी पैसे भी शीघ्र उपलब्ध करा दे, नहीं तो वह काम नहीं कर पायेंगा। पीड़ित के मुताबिक इसके बाद वह बहुत डरा हुआ है।
इधर पंतनगर थानाध्यक्ष ने बताया कि तहरीर आई है, मामले की जांच की जा रही है, जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी।
इधर भाजपा नेता किरन विर्क ने भी बनाया जारी कर धामी हत्याकांड के आरोपी राजेश गंगवार पर बदनाम करने का आरोप लगाया है। विर्क के मुताबिक मामले में जिस मोहन स्वरूप से रंगदारी मांगी गई है,उसका पार्टनर क्षीतिस सेतिया उसका करीब है, उसने उसे पूरी घटना की जानकारी दी थी।10 अप्रैल को उसके पास राजेश का फोन आया था, जिसमें उसने कहा था कि कंपनी में स्क्रैप के कारोबार में तीन पार्टनर है, तीनों का 33-33 प्रतिशत की हिस्सेदारी है,जो पहले से तय है,फोन के दौरान उसने घबराकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि का नाम लेकर कहा कि यह उनकी भी जानकारी में है, लेकिन फोन पर राजेश ने रिकॉर्डिंग करके उसे वायरल कर अलग रुप दे दिया। विर्क के मुताबिक़ यह सब उन्हें बदनाम करने के लिए किया जा रहा, मामले में जब 17 अप्रैल को पीड़ित की तरफ से तहरीर दे दी गई, इसके बाद राजेश ने idio वायरल करके उसे व उसने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि को बदनाम किया गया है। विर्क के मुताबिक हत्या,लूट, रंगदारी राजेश का पेशा रहा है,जेल से छूटने के वह सिडकुल व अन्य जगहों पर लोगों को डराकर रंगदारी वसूलने का काम शुरू कर चुका है,उसके द्वारा किए गए फोन के बाद वह पूरी तरह घबरा गए थे,और अभी भी काफी डरे हुए है।
पूर्व सभासद ने भी सौंपी तहरीर
इधर पूर्व सभासद हिस्ट्रीशीटर राजेश गंगवार ने भी डाक के माध्यम से पुलिस को तहरीर भेजी है, तहरीर में लिखा है कि उसने अपने मित्रों के साथ सिडकुल में स्क्रैप खरीदा था।10 अप्रैल जब उसका ट्रक स्क्रैप लेकर निकला था तो कार में सवार कुछ लोगों ने उसे रोक लिया। आरोप है कि उससे विधायक के नाम पर 33 प्रतिशत की कमीशन मांगी गई थी। बता दें कि मामले को लेकर एक फोन वार्ता भी वायरल हुई है, जिसमें राजेश और किरन विर्क के बीच इसी मामले को लेकर बातचीत होती नजर आ रही है, जिसमें किरण विर्क कहते नजर आ रहे कि 33 तो पहले ही चल रहा है,यह मामला विधायक के संज्ञान में भी है।