बहुचर्चित महल हत्याकांड में पैरवी कर अधिवक्ता को मिली धमकी पुलिस ने केस दर्ज कर शुरू की जांच 2022 में फिल्मी अंदाज में हुआ था महल सिंह हत्याकांड
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। ऊधमसिंहनगर के काशीपुर में अक्टूबर 2022 में बहुचर्चित महल सिंह हत्याकांड केस की पैरवी कर रहे अधिवक्ता को अभियुक्तों ने न्यायालय परिसर में जान से मारने की धमकी दी। अधिवक्ता की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
ग्राम जुड़का निवासी अधिवक्ता करमपाल सिंह ने आईटीआई थाना पुलिस में दी तहरीर में बताया कि उसके ग्राम जुड़का निवासी ताऊ महल सिंह की 13 अक्तूबर 2022 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसका वाद न्यायालय में विचाराधीन है। मामले की वह ही पैरवी कर रहे हैं। बताया कि बीती 12 जुलाई को मामले की कोर्ट में तारीख थी। वह न्यायालय के बाहर सीढि़यों के पास खड़ा था। तब कोर्ट की पेशी पर अभियुक्त साधू सिंह ने कहा कि उसकी वजह से ही वह जेल में है। उसने जेल से निकलने पर देख लेने और जान से मारने की धमकी दी। आरोपी का कहना था कि उसकी प्रभजोत सिंह उर्फ पन्नू व गुरजंट सिंह उर्फ जंटा से उसे मारने की बात हो चुकी है। इस दौरान पन्नू और जंटा भी साधू सिंह से मिलने आए थे। करमपाल सिंह का कहना है कि पन्नू और जंटा के पिता पूर्व में भी उसे धमकी दे चुके हैं। पुलिस ने तहरीर के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
एक माह पहले ही जमानत पर बाहर आए हैं पन्नू और जंटा
महल सिंह हत्याकांड की पैरवी कर रहे अधिवक्ता करमपाल सिंह ने बताया कि उन्होंने न्यायालय में चार्ज के लिए फ्रेम लगाया हुआ है। इसे न्यायालय ने स्वीकार कर लिया है। अब जल्दी-जल्दी तारीखों पर गवाहों की गवाही शुरू होगी। उन्होंने बताया कि हत्याकांड के अभियुक्त प्रभजोत सिंह उर्फ पन्नू और गुरजंट सिंह उर्फ जंटा लगभग एक महीना पहले जमानत पर बाहर आए हैं। दोनों उस दिन पेशी पर आए साधू सिंह से मुलाकात करने कचहरी आए हुए थे। बताया कि पुलिस इन लोगों के खिलाफ पूर्व में गैरकानूनी क्रियाकलाप अधिनियम के तहत कार्रवाई कर चुकी है।
अक्तूबर 2022 में हुई थी महल सिंह की हत्या
ग्राम जुड़का निवासी पूर्व प्रधान महल सिंह का स्टोन क्रशर में हिस्सेदारी को लेकर कुछ लोगों से विवाद चल रहा था। इसके चलते 13 अक्तूबर 2022 को दो शूटरों ने घर के बाहर गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। हत्याकांड में कनाडा में रह रहे एनआरआई ट्रांसपोर्टर हरजीत सिंह उर्फ काला का नाम प्रकाश में आया था। इसके बाद काला के सहयोग से प्रभजोत सिंह व सुखदेव सिंह को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि काला व उसके बेटे तनवीर ने कनाडा में रह रहे आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ डल्ला व सुक्खा दुनके की मदद से पंजाब के दो शूटर उपलब्ध कराए थे। 13 जनवरी 2023 को पुलिस ने कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट में कुल दस नाम शामिल किए थे। साक्ष्य मिलने पर हरजीत सिंह काला, तनवीर सिंह, अर्शदीप सिंह डल्ला, सुखदुल सिंह उर्फ सुक्खा, पंजाब के दो शूटर साधू सिंह व मनप्रीत सिंह, काशीपुुर के प्रभजोत सिंह उर्फ पन्नू, गुरजंट सिंह उर्फ जंटा, सुखदेव सिंह व रजविंदर के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया था।