रुद्रपुर में एक स्कूल प्रबंधन व उसके पार्टनर पर करोड़ों की जमीन कब्जाने का आरोप। अटरिया मंदिर की मंहत की शिकायत पर पुलिस ने रुकवाया निर्माण। जमीन कब्जाने वालों पर शक्ति बिहार की सड़कें व पार्क भी बेचने का आरोप।
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर(खबर धमाका)। शहर की सबसे बड़ी और प्रतिष्ठित कालौनी शक्ति बिहार काटने वाले द्रोण स्कूल शक्ति बिहार के प्रबंधक और उसके पार्टनर पर अटरिया मंदिर की मंहत पुष्पा देवी ने करोड़ों जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है। जिसके बाद कालौनी में हो रहे निर्माण को पुलिस ने रुकवा दिया है, वहीं तहसील प्रशासन मामले की जांच में जुट गया। मंहत की अर्जी पर सिविल जज (सी.डी.) रुद्रपुर ऊधमसिंहनगर ने स्थागन आदेश जारी कर दिया है।
अटरिया मंदिर मंहत पुष्पा देवी के मुताबिक वर्ष 1998 में वार्ड 16 जगतपुरा शक्ति बिहार कालौनी में प्रशासन की तरफ से उनके पति भोलानाथ शर्मा के नाम भूमि खतौनी संख्या 00660 के खसरा संख्या 115/3/1 में 0.4050 हेक्टेयर जमीन का पट्टा दिया था। जिसके बाद जमीन उनके कब्जे में वह खेती कर रही है। कुछ वर्ष बाद उसके पति की मौत हो गई तो जमीन उसके व उसके तीन पुत्रों के नाम पर आ गई। मंहत पुष्पा देवी के मुताबिक पति की मौत के बाद उसका परिवार पूरी तरह टूट गया था,इसी दौरान उसका एक पुत्र किसी मामले में जेल चला गया, जिससे परिवार मुसीबत में पड़ गया,वह जमीन की देखरेख नहीं कर सके। आरोप है कि इस दौरान उसकी जमीन पर कमल पाण्डेय, किशोर शर्मा, अरुण शर्मा,केसव शर्मा नामक व्यक्तियों ने कब्जा कर उसे खुर्द-बुर्द करना शुरू कर दिया।
पिछले दिनों जब उसके पुत्र व मंदिर के सचिव अरविंद शर्मा ने अपने दस्तावेज देखें तो उसे अपनी जमीन की जानकारी हुई। मौके पर जाकर देखा तो उसकी जमीन पर निर्माण चल रहा था, उन्होंने इसको लेकर विरोध किया तो उपरोक्त लोग उसने साथ मारपीट पर उतारू हो गए। जिसके बाद उनकी तरफ से सिविल जज (सी.डी) रुद्रपुर की आदालत में वाद दायर किया गया। उसके दास्तावेजो के आधार पर कोर्ट तत्काल स्थागन आदेश पारित किया है। इधर कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर निर्माण रुकवा दिया है। इधर तहसील प्रशासन ने भी जांच शुरू कर दी है। बताया जाता है कि किशोर शर्मा अपने भाईयों के साथ कालौनी में द्रोण स्कूल भी संचालित करते है। उपरोक्त लोगों ने शक्ति बिहार कालौनी भी काटी है। शक्ति बिहार कालौनी की जमीन भी इन्हें पट्टे में मिली थी, लेकिन मिलीभगत करके उपरोक्त लोगों ने जमीन को भूमिधरी करा लिया था।मंहत की जमीन पर हो रहे निर्माण के मामले में भी हैरान करने की बात सामने आई है। अटरिया मंदिर कमेटी के सचिव अरविंद शर्मा की मानें तो उनकी पर जो व्यक्ति निर्माण कर रहा है, उसे दूसरी खाते की जमीन की रजिस्ट्री की गई है,और कब्जा उसकी जमीन पर दिया गया है। उन्होंने कहा उसकी जमीन पर कब्जा करने वाले अपनी यानी शक्ति बिहार की सड़कों और पार्कों की रजिस्ट्री करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से प्रशासन से पूरी जांच करके कार्यवाही की मांग की गई है। इधर हमने मामले में किशोर शर्मा को फोन करके उनका पक्ष जानने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया, जिसके चलते उनका पक्ष नहीं लिख सके हैं।