उत्तराखंड

किच्छा में मोबाइल विवाद में चौकीदार की हत्या, आरोपी गिरफ्तार।आरोपी की पत्नी बोले शराब पीकर आपा खो देता है धर्मेन्द्र।पुलिस ने 48 घंटे में किया खुलासा,आरोपी गिरफ्तार

नरेन्द्र राठौर(खबर धमाका)। किच्छा में चौकीदार हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने 48 घंटे के भीतर घटना के खुलासे पर पुलिस टीम कि सराहना की है।

पुलिस कार्यालय में एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने खुलासा करते हुए बताया कि रविवार को मौरा देखी पत्नी चरण सिंह निवासी धाधाफार्म पोस्ट भंगा थाना किच्छा थाना किच्छा में आकर तहरीर देकर बताया था कि उसके पति चरन सिंह उम्र 55 वर्ष पुत्र सोहन लाल निवासी धाधाफार्म तहसील किच्छा जिला ऊधम सिंह नगर विगत 3 माह से अब्दुल समी के लक्ष्मीपुर पराग फार्म किच्छा के यहाँ पालेज की चौकीदारी का कार्य कर रहे थे, वहाँ पर उसके दामाद धर्मेन्द्र पुत्र धर्मवीर निवासी आँवला जिला बरेली भी काम करते थे,गत शनिवार को शाम दामाद धर्मेन्द्र जब लक्ष्मीपुर पराग फार्म पालेज में पहुंचे तो पालेज के झोपड़ी के पास खून देखा उसके बाद अपने ससुर चरन सिंह की खोजबीन की तो पालेज की झोपड़ी के कुछ दूरी पर मेरे पति चरन सिंह का शव दिखाई दिया, महिला ने तहरीर में कहा था किसी आज्ञात व्यक्ति द्वारा मेरे पति की हत्या कर दी गयी के समबन्ध में तहरीर दो । जिसके बाद मुकदमा दर्ज कर खुलासे के लिए पुलिस टीम गठित की थी। पुलिस टीम की सुरागरसी-पतारसी, सीसीटीवी फुटेज के अवलोकन व गवाहों के बयानों के आधार पर पता चला कि शनिवार को मृतक का पुत्र सूरज कुमार तथा उसका दोस्त धर्मेन्द्र पुत्र छोटे निवासी सहदौरा थाना-सितारगंज जिला 30 सिं० नगर दोनों पालेज पर आये मृतक के बेटा सूरज कुमार ने खाना बनाया तथा साथ में बैठकर खाना खाया तथा अत्यधिक दारु पी उसके बाद तीनों लोग सोने के लिए मचान पर चढ़ गये। मृतक के बेटे के पास अभियुक्त धर्मेन्द्र का मोबाईल फोन था जो कि काफी महंगा था जिसकी कीमत लगभग 25000/- रुपये थी। अभियुक्त अपना मोबाईल फोन मृतक के बेटे स्रज से मांगने लगा तो मोबाईल फोन को लेकर सूरज और धर्मेन्द्र के बीच हाथापाई हुई थी,जिस पर मृतक चरण सिंह ने अपने बेटे सूरज के साथ मिलकर अभि० धर्मेन्द्र को डाँटा और उसकी पिटाई भी की तो उसके बाद धर्मेन्द्र वहाँ से बच कर भाग गया और पालेज की झाडियों के बीच में छिप गया। जब कुछ देर बाद सूरज अपनी मो. साईकिल से घर चला गया था तो अभि० धर्मेन्द्र को मृतक के डॉटने तथा मोबाईल फोन को लेकर काफी गुस्सा था और वह बदला लेने की नियत से सूरज के घर जाने के पश्चात अभि० धर्मेन्द्र ने मृतक चरण सिंह को पालेज के पीस बनी झोपडी के बाहर सब्बल से सिर में तथा चेहरे में लगातार बार कर मौत के घाट उतार दिया तथा मृतक के शव को झोपड़ी के पास से खींचकर पालेज के अन्दर छ्पा दिया। जिससे ये लगे की मृतक को किसी जंगली जानवर ने मार दिया हो तत्पश्चाच मृतक वहाँ से पैदल पैदल अपने घर सहदौरा चला गया तथा अपने कपडे तथा सब्बल को घर के पीछे झाडियों में छपा दिया था।
अभियुक्त धर्मेन्द्र को उसके घर के पास से समय सुबह 05.00 बजे गिरफ्तार किया गया तथा अभि० के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त सब्बल, खून आलूदा कपड़े जो अभि० ने घटना के समय पहने थे को अभियुक्त के पोछे झाड़ियों (हाल निवासी ग्राम सहदौरा) से बरामद किया
पुलिस के मुताबिक अभियुक्त पूर्व में भी थाना सितारगंज से हत्या के अभियोग में जेल जा चुका है। अभियुक्त की पत्नी वर्तमान में अपने मायके सितारगंज में रह रही है। अभियुक्त की पत्नी ने पूछताछ पर बताया कि धर्मेन्द्र बहुत ही गुस्सेल किस्म का आदमी है, शराब पीकर वह अपना आपा खो देता है और मारपीट पर उतारू हो जाता है उसके साथ कई बार गम्भीर रुप से मारपीट कर चुका है जिस कारण वह अपने मायके में रह रही है

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