उत्तराखंड

महिला से आनलाइन 50 लाख की ठगी

रुद्रपुर(खबर धमाका)। एक महिला ने ऑनलाइन पचास लाख रुपए की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन कुमायूं ने महिला की तहरीर पर ठगी करने वाले के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। जनपद अल्मोड़ा के रानीखेत निवासी सिराज पत्नी अमीनुर रहमान ने साईबर क्राईम पुलिस कुमाऊं को तहरीर सौंपी। तहरीर में महिला कहा कि 19 जून 2025 को अपने घर पर थी तथा मेरी भांजी महनाज भी घर आयी हुयी थी। लगभग 11 बजे एक अज्ञात मोबाईल से उसके मोबाइल पर फोन आया। फोन करने वाले ने अपने को टेलीकॉम विभाग में नियुक्त बताया और कहा कि आपके फोन से अश्लील फोटो शेयर की जा रही है। इसकी शिकायत आयी है। इसके साथ ही फोन करने वाले ने कहा अगर बचना है तो एक अन्य मोबाईल नम्बर से काल आयेगी, उसे रिसीव कर लेना। महिला के मुताबिक बताए गए मोबाइल नम्बर से काल आयी। जिसने अपने को पुलिस कर्मी बताया। उक्त पुलिस कर्मी द्वारा कहा गया कि आपके आधार कार्ड से एक फ्रड मोबाईल नम्बर जारी हुआ है,जो आपके पास सीबीआई से व्हाट्सएप काल आयेगी, वह केस से संबंधित जानकारी देगें। महिला ने बताया कि और थोडी देर बाद उसके बाद सीबीआई लोगो के नाम से व्हटसअप मैसेज, व्हाट्सएप वीडियो काल आयी। उक्त लोगों ने अपने को सीबीआई आफिसर बताया तथा पूछताछ कर जानकारी जैसे नाम, पता, बैक खाते,गहने, जमीन आदि के बारे में पूछा और कहा कि आपकी काल को डीएसपी साहब को ट्रासफर कर रहा हूँ,आगे की पुछताछ वह करेगें।इसके बाद वीडियो काल में सामने पुलिस वर्दी पहना एक व्यक्ति देखा, पीछे से अभी तक गिरफ्तार क्यों नही किया गया यह आवाज सुनाई दे रही थी। महिला ने बताया कि उसी दौरान भांजी भी उन्हें वीडियो काल पर दिखायी दी तो पूछा गया तो यह लड़की कौन है। पूछने पर बताया भांजी है जो रामनगर से घर आयी है। भांजी को भी वीडियो काल पर मौजूद रहना होगा ऐसे बोला। महिला का आरोप है कि पूछताछ के बाद कहा 2 घंटे के अंदर मुंबई पुलिस स्टेशन नहीं पहुँचोगें तो तत्काल कर लिया जाएगा। उसने पूछा क्या अपराध किया। बताया गया कि नरेश गोयल जो ह्यूमन ट्रैफिकिंग में पकडा गया है। उस गैंग में सम्मिलित पाये गये है और आधार नम्बर से वर्ष 2020 में केनरा बैक मुम्बई मेंएक बैक खाता खोला गया है। जिसमें एक बडी धनराशि की ट्रांसलेशन हुई है। महिला ने बताया कि वह उत्तराखंड में रहती हैं और मुंबई में कोई खाता नहीं खोला है। साथ ही कहा कि सीनियर सिटीजन हैं, अगर कोर्ट परमीशन देगा तो ऑनलाईन केस देख लेंगे। आपके खिलाफ मुंबई में रिपोर्ट दर्ज की गई है, जिसका स्क्रीनशॉट व्हटसअप पर भेजा गया।क्ष सुप्रीम कोर्ट से जारी फर्जी अरेस्ट आर्डर,फ्रीज आर्डर आदि दस्तावेज भेजे गये। उसे बताया गया कोर्ट से ऑनलाईन केस को डील करने की परमीशन मिल गयी है। कोर्ट के अनुसार कोर्ट की गाईड लाईन केस में अन्य लोगों को नहीं बताने की बात कही।केस के मामले में किसी को बताने पर वह लोग भी पकड़े जाने का भय दिखाया।मोबाइल फोन की लगातार रिकार्डिग की बात बताई। बैक खातों में जो भी एफडी,पीपीएफ इत्यादि फंड हैं,उसकी सही-सही जानकारी बतायें। इनंवेस्टीगेशन में आप निर्दोष पाये गये तो आपको क्लीरैंस सर्टिफिकेट देंगे। झांसे में आकर बैंक खातों के फंड उन्हें बता दिये। कथित सीबीआई वाले ने कहा कि सभी एफडी तोडकर बताये गये बैंक डिटेल्स में भेजना होगा। व्हटसअप नंबर पर ट्रांजेक्शन की पर्ची भेजने को कहा गया। वह काफी डर गयी थी। महिला के मुताबिक उसने बैंक पहुंच कर एकाउण्ट से व्हटसअप के माध्यम से भेजे नोटिस में अंकित एचडीएफसी बैंक के खाता संख्या में पचास लाख रुपए जमा करवा दिये गये।बाद में बैंक में बताया गया कि इसमें अभी समय लगेगा,एक दो घंटे बाद आ जाना। बाद में पता चला कि उसके साथ ऑनलाइन ठगी हो गयी। साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन कुमाऊं के निरीक्षक ने बताया कि महिला की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया है। जांच की जा रही है।

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