रुद्रपुर में काशीपुर बायपास रोड चौड़ीकरण, अतिक्रमण हटाने की डोज बनेगी रोड़ा। पिछली बार 83 दुकान और मकान हुए थे चिन्हित। कई मकानों का हो चुका है फ्री होल्ड। व्यापार मंडल अध्यक्ष विधायक के साथ बैठक कर करेगा बीच का रास्ता निकालने की मांग
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। रुद्रपुर शहर को जाम के झाम से मुक्ति दिलाने के लिए काशीपुर रोड के चौड़ीकरण को लेकर लगातार प्रयास कर रहे विधायक शिव अरोरा का प्रयास साकार होना इतना आसान नहीं है। सडक के किनारे हुआ अतिक्रमण हटाना इसमें थोड़ा साबित होगा ,यह तय है,इसके पीछे मुख्य बजह कई दुकानों और मकानों का फ्रीहोल्ड हो जाना है। थाना यानी ज्यादा बड़ी तो मामला कोर्ट भी जा सकता है, फिलहाल व्यापार मंडल और विधायक के बीच आने वाले एक दो दिन बीच का रास्ता निकालने के लिए बैठक होने की सम्भावना है।
आपको बता की विधायक चुने जाने के बाद से रुद्रपुर विधायक लगातार काशीपुर बायपास रोड के चौड़ीकरण को लेकर सक्रिय हैं। उन्होंने पूर्व में बायपास रोड चौड़ीकरण का पास हुआ प्रस्ताव पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल की बजह से पूरा न होने के भी आरोप लगाए थे,इधर सरकार ने उनकी मांग को साकार करने के लिए हामी भी भर दी है। सरकार ने पहली किस्त में इसके लिए 1.67 का रोड रुपया भी जारी कर दिया है, जिससे विधुत व पेयजल लाइन शिफ्ट की जायेंगी। विधायक शिव अरोरा इसे बड़ी उपलब्धि के रुप में पेश कर रहे हैं। लेकिन वे इस काम में आने वाली बाधाओं को भूल गए हैं। जानकारों की मानें तो चौड़ीकरण में दोनों तरफ करीब 74-74 फिट मार्गं चौड़ा होगा। यदि ऐसा हुआ तो गांधी पार्क से लगी दुकानों समेत 83 निर्माण हटाने होगें, इसमें सबसे बड़ी समस्या उन निर्माणों को हटाने में होगी,जिनका फ्री होल्ड हो चुका है, सवाल यह की सड़क पर बैठे अतिक्रमणकारियों का जमीन फ्री होल्ड कैसे कर दी गयी। प्रशासन उनके निर्माण पर जेसीबी कैसे चला पायेगा।
इधर इस मामले में रुद्रपुर व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनैजा का कहना की वह विधायक शिव अरोरा के साथ बैठक कर बीच का रास्ता निकालने की मांग करेंगे। उन्होंने की शहर में बायपास रोड की जरूरत है। काशीपुर बायपास रोड रोड मुख्य बाजार में आ चुका है। उन्होंने कहा यदि चौड़ीकरण करण हो तो 74-74 फिट की जगह 55-55 के करीब होना चाहिए, जिससे लोग न उजड़े। उन्होंने साफ कहा की यदि मनमानी की गरी तो इसका विरोध किया जायेगा।
व्यापार मंडल अध्यक्ष के बयान से साफ की काशीपुर रोड चौड़ीकरण का रास्ता इतना आसान नहीं है।