बैठक कर आशा फैसिलिटेटरों ने सरकार पर लगाए अनदेखी का आरोप। नैनीताल में आयोजित बैठक में आशाएं बोली न्यूनतम मजदूरी से भी कम मिलता है भत्ता
नरेन्द्र राठौर
नैनीताल -हलद्धानी भारतीय मजदूर के कार्यलय के तले राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत नैनीताल शिष्ट मंडल के आशा फैसिलिटेटरो ने आज अपनी जटिल समस्यायों व छः सूत्री मांगों के लिए रेनू नेगी आशा कर्मचारी महासंघ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष/आशा फैसिलिटेटर प्रदेश महामंत्री के नेतृत्व में एक महासभा आयोजित की इस महासभा में नैनीताल की आशा फैसिलेटर शिष्ट मंडल के आशा फैसिलिटेटर पदाधिकारियों व आशा फैसिलेटटरो ने अपनी उपस्थिति का योगदान दिया।
रेनू नेगी आशा कर्मचारी महासंघ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने शासन प्रशासन से नाराज़गी जताते हुए अपनी आशा फैसिलिटेटरो को संबोधित करते कहा हम आशा से आशा फैसिलिटेटर हमको सन् 2010मे प्रमोट करके बनाया गया लेकिन सरकार आई और गई सन् 2010से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत आशा फैसिलिटेटरो को आज तक 20दिन की मबोलिटी मिलती है और काम 30दिन का कराया जाता।एक आशा फैसिलेटर के अंतर्गत कही कही जिलो में 30से 40आशाए है ।इन आशा कार्यकर्ताओ के काम की पुष्टि के लिए एक आशा फैसिलेटटर को 30से 40आशाओ के साथ उतराखड के दुर्गम व पहाड़ी क्षेत्रों में जाना पड़ता है। शासन प्रशासन के द्धारा इस महंगाई के समय में आशा फैसिलिटेटरो को जो भत्ता दिया जा रहा है व शून्य के बराबर है।जिला अध्यक्ष जया भट्ट ने इस महासभा में अपनी आशा फैसिलेटटरो के न्यूनतम मजदूरी व शून्य के बराबर भत्ते पर अपाति जताई।इस महंगाई के समय एक आम मजदूर भी पंद्रह से बीस हजार रुपए कमाता है।हम आशा फैसिलिटेटरो को एक मजदूर के बराबर भी मानदेय नहीं मिलता है। जिला मंत्री प्रेमा पाठक ने आशा फैसिलिटेटरो जो भी न्यूनतम वेतन मिलता है व भी टाइम से नहीं छुट पुट छुट पुट करके मिलता है। उत्तराखंड की गरीब परिवार की गरीब परिवार की आशा फैसिलिटेटरो को अपने घर परिवार के दिनचर्या चलाने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।अपनी जटिल समस्यायों व छै सूत्री मांगों के बारे में आज की महा सभा में आशा फैसिलेटर/आशा कर्मचारी महासंघ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेनू नेगी,जिला अध्यक्ष जया भट्ट,प्रेमा पाठक जिला मंत्री, कोषाध्यक्ष मीना मिश्रा, पूनम बिष्ट, लीला चंद्र,तारा कडाकोटी, ममता गोस्वामी, रेनू टंडन,उमा दरम्बाल , लक्ष्मी जोशी, गीता दुर्गा पाल, रेखा पांडे,मीना कंडारी, सुनीता जोशी किरन बिष्ट आदि आशा फैसिलिटेटर महजूद रहे