23 बर्ष में भी पूरा नहीं हुआ रीठागाड क्षेत्र नौगांव डिग्री कालेज का सपना। पूर्व विधायक गोविंद सिंह बिष्ट के गांव में कालेज खोलने का सरकारें कई बार कर चुकी है घोषणा
नरेन्द्र राठौर
अल्मोड़ा -रीठागाड क्षेत्र नौगांव डिग्री कालेज उतराखड प्रथक राज्य बनने के बाबजूद भी आज 23सालो से अधर में लटका है।
स्वर्गीय बिधायक गोबिंद सिंह बिष्ट के पैतृक गांव नौगांव में डिग्री कालेज खोलने के लिए हमेशा चर्चा होती रहती लेकिन बाद में सब ठंडे बस्ते में।।
रीठागाड क्षेत्र के नौगांव डिग्री कालेज बनाने के लिए स्वर्गीय केन्द्र मंत्री बचे सिंह रावत की मांग थी स्वगीर्य बिधायक गोबिंद सिंह बिष्ट के नाम से नौगांव डिग्री कालेज बनाने के लिए उसके बाद हर पांच सालों में नेताओं ने अपने अपने भाषणों में नौगांव डिग्री कालेज खोलने की हवाई आवाजें उड़ाई लेकिन फिर ये मुद्दा शान्त।।
रीठागाड क्षेत्र के नौगांव डिग्री कालेज खुलने से रीठागाड ही नहीं बल्कि बागेश्वर व पिथौरागढ़ के सिमांत एरिया के ग़रीब परिवार के बच्चे लाभाविंत होते हैं। बहुत से बिपियल परिवार व गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वालों के बच्चे 12वी के बाद डिग्री करने केलिए अल्मोड़ा अल्मोड़ा व गड़ाई गंगोली जाने मे असमर्थ हैं।
प्रताप सिंह नेगी रीठागाडी दगड़ियों संघर्ष समिति के अध्यक्ष ने कहा लंबे समय से रीठागाडी दगड़ियों संघर्ष समिति सवग्रीय बिधायक गोबिंद सिंह बिष्ट जी के नाम से नौगांव डिग्री कालेज के लिए मांग करने के बाद बिफल हुई समिति के सदस्यों का कहना सरकार आई और गई लेकिन सवग्रीय बिधायक गोबिंद सिंह बिष्ट जी के नाम डिग्री कालेज खाली कागजों में सिमटा जनता ने अब नौगांव डिग्री कालेज के बार शाशा छोड दी।