कांग्रेस के धरने में नहीं जुटी भीड,भाषण में नेताओं का छलका दर्द!नेता प्रतिपक्ष आर्य, उपनेता प्रतिपक्ष कापड़ी ने उठाया सवाल। बोले हम पर कौने और कैसे करेगा भरोसा
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर। देहरादून में बेरोजगारों हुए लाठी, पेपर लीक और भर्ती घोटाले के मामले सरकार को घेरने में लगी कांग्रेस अपने ही घर में धराशाई होती नजर आ रही, जनता का साथ मिलना तो दूर पार्टी के खुद के नेता-कार्यकर्ता का साथ भी उन्हें मिल रहा है। जिससे पार्टी के दिग्गज परेशान हैं।
रुद्रपुर के गांधी पार्क में सोमवार को कांग्रेस ने बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज,पेपर लीक और भर्ती घोटाले के मामले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना दिया धरने में ऊधमसिंहनगर के साथ नैनीताल के पार्टी के कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था, लेकिन कार्यक्रम में गिनती के लोग ही पहुंचे। जिले सरकार को हिलाने के लिए बुलाए गए धरने से खुद कांग्रेस के नेता ही मायूस हो गया। नेता प्रतिपक्ष यश पाल आर्य ने तो यह तक कह दिया की अब वह धरना प्रदर्शन के कार्यक्रमो में हिस्सा नहीं लेंगे। कार्यक्रम में बोलते हुए आर्य ने सरकार की नीतियों से बेरोजगार ही हर वर्ग परेशान हैं।ऐसे में कांग्रेस की नैतिक जिम्मेदारी है,की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले और आंदोलनकारियों का साथ दे, लेकिन कार्यक्रम में चंद लोगों को लेकर उन्होंने कहा की क्या ऐसे हम आंदोलन कर पायेंगे।लोग आते और हाजरी देकर चले गए।उनका साफ इशारा था की जब हमारे पास भीड़ ही नहीं तो इसका सरकार जनता पर क्या असर होगा। उपनेता प्रतिपक्ष भी कार्यक्रम में भीड़ न देखकर मायूस नजर आते। हालांकि उन्होंने सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा की देहरादून में बेरोजगारों पर लाठीचार्ज करके दमन की कोशिश की गरी।यह सरकार दमनकारी है,सच बोलने वालों का दमन किया जा रहा है। इस दौरान जसपुर विधायक आदेश चौहान, नानकमत्ता विधायक, पूर्व सांसद महेंद्र पाल समेत तमाम लोगों ने सभा को सम्बोधित किया।इस दौरान जिला कार्यकारी अध्यक्ष हिमांशु गाबा,नगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा महानगर कार्यकारी अध्यक्ष सीपी शर्मा ,सौरभ चिलाना मौजूद थे।