उत्तराखंड

मरम्मत न होने से जैगून नदी पर बना झूला पुल हुआ जर्जर। दर्जनों गांवों को जोड़ने वाले पुल का 2010 में हुआ था निर्माण। अब लोगों को सता रहा हादसे का भय

नरेन्द्र राठौर 
अल्मोड़ा -रीठागाड क्षेत्र के कुनखेत गांव में जैगन नदी के बीच में सन 2010में एक झूला पुल का निर्माण कार्य हुआ ।सन 2010मे रीठागाड क्षेत्र के कुनखेत झूला पुल का निर्माण कार्य होने से रीठागाड क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ी।12साल बीत जाने के बाबजूद भी आज तक इस झूला पुल का मरम्मत कार्य काम नहीं हुआ।


झूला पुल के नटबोल्टो में जंग लगा हुआ इधर पुल के नीचे फाउन्डेशन सब खराब हो चुकी है।
सितंबर 2021मे आपदा के कारण इस पुल की फाउन्डेशन जैगन नदी के पानी के बहाव से ध्वस्त हो गई थी।
तत्कालीन सरकार के बिधायक रघुनाथ जी ने अक्टूबर में इस पुल की फाउन्डेशन व नटबोल्टो की मरम्मत कार्य के लिए खंड लोकनिर्माण विभाग को अवगत कराया।

बिधायक जी के द्बारा आपदा के समय खंड लोकनिर्माण विभाग को पुल के बारे काम करने के लिए बोला कुछ चंद दिनों तक काम चला एक चैकडाम बना दिया उसके बाद काम बंद ।
ये झूला पुल रीठागाड क्षेत्र के दर्जनों गांवों के लिए एक मात्र पुल है। प्रताप सिंह नेगी रीठागाडी दगड़ियों संघर्ष समिति के अध्यक्ष ने बताया अगर इस पुल का मरम्मत कार्य शीघ्र नहीं किया गया तो कभी भी इस पुल की खस्ताहाल से कोई हादसा हो सकता है।
इस पुल की खस्ताहाल व फाउन्डेशन को स्थानीय लोग आक्रोशित में शासन प्रशासन से जल्द से जल्द कुनखेत झूला पुल का मरम्मत कार्य की मांग के लिए, समाजिक कार्यकर्ता कुंदन सिंह बोरा, महेन्द्र सिंह भंडारी, राजेन्द्र सिंह बोरा, गोबिंद सिंह बोरा,प्रेम सिंह बोरा, मोहन सिंह बोरा,जगत सिंह बोरा, आदि लोग मौजूद रहे।

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