काशीपुर में पकड़ी गयी सिंथेटिक पनीर की खेंप। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम को चैंकिंग के दौरान मिली सफलता। यूपी से बीआईपी नम्बर के वाहनों से उत्तराखंड में करते थे सप्लाई
नरेन्द्र राठौर
काशीपुर। उत्तराखंड राज्य के खाद्य सुरक्षा आयुक्त के निर्देश पर प्रदेश भर में मिलावटी दुग्ध पदार्थों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत आज काशीपुर में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम एवं एफडीए विजिलेंस देहरादून की टीम के द्वारा संयुक्त रूप से की गई कार्यवाही के तहत भारी मात्रा में मिलावटी पनीर बरामद किया। यह पनीर चौपहिया वाहनों के माध्यम से पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के जिला रामपुर से लाया जा रहा था तथा रामनगर में रिसॉर्ट में ले जाया जा रहा था। इस दौरान खास बात यह है कि इनमें से एक कार पर आर्मी और दूसरी पर अधिवक्ता का लोगो बना था तथा एक कार पर वीआईपी लिखा था। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ललित मोहन पांडे के मुताबिक उत्तराखंड खाद्य संरक्षा आयुक्त आर राजेश कुमार के निर्देश पर मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। इसी के तहत खाद्य सुरक्षा उपायुक्त गणेश चंद्र कंडवाल के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम एवं एफडीए विजिलेंस देहरादून के एसआई जगदीश रतूड़ी के नेतृत्व में संयुक्त रूप से की गई कार्यवाही के तहत काशीपुर में घड़ियाल रोड पर वाहनों की चेकिंग की गई। इस दौरान दो कारो में 3:30 क्विंटल मिलावटी पनीर पकड़ा गया। पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के जिला रामपुर के टांडा से लाकर रामनगर होटलों और रिजॉर्टो में वितरित करने के लिए ले जाया जा रहा था। प्रथम दृष्टया यह पनीर मिलावटी प्रतीत हो रहा है, जिसके चलते खाद्य सुरक्षा अधिकारी काशीपुर और जसपुर पवन कुमार द्वारा पनीर के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि इनकी रिपोर्ट कल तक आ जाए। उन्होंने बताया कि मिलावटी पनीर ला रहे दोनों व्यक्तियों ने पूछताछ करने पर बताया कि वह यह पनीर पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के जिला रामपुर के टांडा स्वार से ला रहे थे जहां इसकी फैक्ट्री संचालित है। वह निजी नंबरों की गाड़ियों में अब यह कारोबार कर रहे हैं, और लगातार वाहन बदलते रहते हैं। जिससे कि यह पकड़ में नहीं आ पाते हैं। पकड़े गए इस पनीर की प्राथमिकता के आधार पर जांच की जाएगी। यह पनीर जांच के लिए रुद्रपुर लैब में भेजा जाएगा। वहीं एफडीए विजिलेंस देहरादून के उपनिरीक्षक जगदीश रतूडी के मुताबिक उत्तराखंड खाद्य सुरक्षा कमिश्नर के निर्देश पर खाद्य पदार्थों के मिलावट को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है जोकि सभी जिलों में चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्य फोकस डेरी प्रोडक्ट पर है। क्योंकि सबसे ज्यादा मिलावट डेयरी प्रोडक्ट नहीं पाई जाती है और आम जनता के द्वारा डेरी प्रोडक्ट का उपयोग सबसे ज्यादा किया जाता है। इसलिए सरकार से लेकर शासन तक सभी इस मिलावट को रोकने के लिए कटिबद्ध हैं। जिसके चलते यह अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान टीम में खाद्य सुरक्षा उत्तराखंड उपायुक्त गणेश चंद कंडवाल, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ललित मोहन पांडे, खाद्य सुरक्षा अधिकारी काशीपुर, जसपुर पवन कुमार, एसआई जगदीश रतूडी एफडीए विजिलेंस देहरादून, संजय नेगी आदि शामिल रहे।