फेल होने के बाद सिंघम बन गए आईपीएस मंजूनाथ टीसी! शादी की सालगिरह पर शोसल मीडिया में छाए।10 मई 2018 को डाक्टर नंदिता के साथ लिए थे सात फेरे।सामिया बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई करके बन चुके हैं हीरों
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर(खबर धमाका)। ऊधमसिंहनगर के एसएसपी डाक्टर मंजूनाथ टीसी आज शोसल मीडिया पर ट्रोल कर रहे। लोगों उन्हें जमकर शादी की बधाई दे रहे। 2014 बैच के आईपीएस मंजूनाथ टीसी बर्ष 2018 में आज के दिन बैंगलोर के एक पैलेस में आंखों की प्रसिद्ध चिकित्सक डाक्टर नंदिता के साथ विवाह के बंधन में बंधे थे,उस समय उनकी तैनाती हरिद्वार में थी।
2014 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉ. मंजुनाथ टीसी सीओ रुद्रपुर, ऋषिकेश, एएसपी उधमसिंह नगर, एसपी देहरादून, एसपी क्राइम एंड ट्रैफिक हरिद्वार, सेनानायक आईआरबी द्वितीय, सेनानायक 40वीं वाहिनी पीएसी हरिद्वार समेत रेलवेज में बतौर कप्तान अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
उत्तराखंड में हुए विधानसभा चुनाव के बाद 15 मार्च 2022 को उन्हें ऊधमसिंहनगर में बतौर कप्तान नियुक्त किया गया। शुरुआत दौर में तो अपराधियों की धमाचौकड़ी से वह पूरी तरह फेल नजर आ रहे थे,लोग मानकर चल रहे थे, मंजूनाथ टीसी ऊधमसिंहनगर जैसा बड़ा जिला नहीं संभाल पा रहे हैं, लेकिन इसके बाद उनकी द्वारा की गयी मेहनत और कड़क मिजाज से सब कुछ ठीक हो गया। अपराधियों के खिलाफ उनके द्वारा दिखाए गयी सख्ती पूरी तरह कारगार साबित हुई। शुरुआत में जिले में हो रही हत्या,लूट अपहरण जैसी घटनाएं अब मंद हो चुकी है। बताया जाता की मंजूनाथ टीसी की एक खूबी है,की वह हर फरयादी की बात सुनने के बाद तत्काल खुद उसपर कार्यवाही के निर्देश भी देते हैं। और फिर उसकी समीक्षा भी करते। वह कब और कहां पहुंच जाए भी नहीं कहा जा सकता है। यूं तो उनके कई बड़े एक्शन चर्च में रहे हैं, लेकिन महाठग सामिया लेक सिटी प्रबंधन खिलाफ कार्यवाही के बाद वह हीरो बन गए हैं, ऊधमसिंहनगर से लेकर देहरादून ही नहीं वह पूरे देश में उनके कार्यवाही की सराहना हो रही हैं।उनके एक्शन की तारीफ दुबई और सिंगापुर में भी रही है। इसके पीछे मुख्य बजह यह की सामिया प्रबंधन लोगों से लूट का खेल 2012सज खेल रहा था,इस दौरान कई एसएसपी आए और गये, लेकिन सामिया जैसे बड़े बिल्डर पर कोई भी कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया, लेकिन मंजूनाथ टीसी ने सामिया बिल्डर का भम्र तोड़ दिया। कंपनी का डायरेक्टर सगीर खान अपने एक साथी के साथ जेल में हैं,वहीं लंबे समय से भटक रहे ठगी के शिकार लोगों की उम्मीद जागी गयी है।