ऊधमसिंहनगर में पीले पंजे का कहर जारी। जसपुर में 30 मकान, खटीमा में आलीशान कोठी जमींदोज, रुद्रपुर में तहसीलदार ने सरकारी जमीन को कराया कब्जामुक्त
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। ऊधमसिंहनगर में चल रहे सरकारी और सरकारी संस्थाओं की जमीन को कब्जा मुक्त कराने के अभियान ने लोगों के होश उडा दिए हैं। पिछले कई दिनों से जारी अभियान के तहत गुरुवार को जसपुर सरकारी जमीन पर बने 30 मकान, खटीमा में आलीशान कोठी पीले पंजे से जमींदोज हो गयी। रुद्रपुर में डीएम के आदेश पर तहसीलदार ने विजयनगर में सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त करा लिया है।
गुरुवार को जसपुर में उच्च न्यायालय के आदेश पर प्रशासन द्वारा ग्राम निवार मंडी में लगभग 30 अतिक्रमण की जद में आए मकानों पर प्रशासन द्वारा बुलडोजर चला दिया गया । हाईकोर्ट के अतिक्रमण हटाने के आदेश के दृष्टिगत उप जिला अधिकारी सीमा विश्वकर्मा द्वारा अतिक्रमणकारियों को स्वयं अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए थे । लेकिन अतिक्रमणकारियों द्वारा खुद अतिक्रमण नही हटाए जाने की दशा में गुरुवार को ग्राम निवार मंडी में अतिक्रमण हटाया गया। उप जिलाधिकारी सीमा शर्मा ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के दृष्टिगत अतिक्रमणकारियों को नोटिस देकर हटाने का मौका दिया गया था । आज कार्रवाई करते हुए प्रशासन द्वारा अतिक्रमण की जद में आए हुए लगभग 30 मकानों को जेसीबी की मदद से हटाया गया है । बता दें कि ग्राम निवार मंडी निवासी सूरज सिंह द्वारा हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी किसने कहा था कि कुछ भूमाफियाऔ ने ग्राम पंचायत नेवार मंडी श्री शिव मंदिर के पास खसरा नंबर 19 .94 व 105 की लोकोपयोगी भूमि पर गैर नीतिगत तरीके से कब्जा कर रखा है। तथा ग्राम निमाड़ मंडी में सरकारी स्कूल की खसरा नंबर 82 तथा 81 नंबर खाद के गड्ढों की भूमि खसरा नंबर 80 रास्त की कब्जे वाली सरकारी भूमि खाली कराकर उस पर बरात घर तथा स्कूल का उच्चारण किया जा सके । प्रशासन द्वारा हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए ग्राम निवार मंडी से अतिक्रमण हटा दिया । अतिक्रमण हटाते समय अतिक्रमणकारियों ने काफी विरोध किया तथा उनके परिवारों में चीख-पुकार मच गया । सुरक्षा की दृष्टि से काफी मात्रा में पुलिस बल तैनात रहा ।
खटीमा में प्रशासन ने सरकारी भूमि पर बने एक अलीशान पक्के निमार्ण को ध्वस्त कर दिया। वही प्रशासन ने अतिक्रमणकारी को चेतावनी देते हुए पुनः निमार्ण कराये जाने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। गुरूवार को एसडीएम रविन्द्र सिंह बिष्ट के नेत्तृव मे राजस्व टीम खेतलसण्डा पहुची। जहां सरकारी भूमि पर बनाये गये अलीशान इमारत को जमींदोश कर दिया। प्रशासन की इस कार्रवाई से सरकारी भूमि पर कब्जा कर बैठें लोगो मे हड़कम्प मच गया। विदित हो कि अवैध अतिक्रमण को लेकर राज्य सरकार व न्यायालय सख्त है। सरकारी भूमि पर बनायें गये पक्कें निमार्ण का ध्वस्तीकरण किया जा रहा है। इस क्रम मे नगर से सटे खेतलसण्डा मे भी प्रशासन का बुलडोज चला और पक्कें निमार्ण को ध्वस्त कर दिया।
मामले को लेकर एसडीएम बिष्ट ने कहाकि सरकारी भूमि पर अवैध रूप से किये गये पक्के निमार्ण को हटाने के लिए प्रशासन की ओर से छह माह पूर्व नोटिस दिया गया था। जिसके बाद भी अवैध निमार्ण को नही हटाया गया। जिसके बाद प्रशासन की टीम डेढ़ माह पूर्व इस निमार्ण को हटाने पहुचें तो अतिक्रमणकारी ने निमार्ण स्वंय हटा लेने की बात कही। बावजूद इसके इसे नही हटाया। जिस पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन की टीम ने अवैध निमार्ण को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान टीम मे तहसीलदार शुभांगिनी, नायब तहसीलदार विरेन्द्र सिंह सजवाण, मनीष पंत, सतीश कुमार आदि थे।
जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त के निर्देशो के अनुपालन में गुरुवार को अतिक्रमण के खिलाफ कार्यवाही की गई।
इधर रुद्रपुर में तहसीलदार नीतू डागर ने बताया कि तहसील रूद्रपुर अन्तर्गत ग्राम विजयनगर के ख0 न0 40ख रक्वा 0.9780है0 भूमि नवीन परती राजकीय का सीमांकन कर अवैध कब्जा राजस्व विभाग की टीम द्वारा जेसीबी से अतिक्रमण मुक्त कराया गया। जिलाधिकारी ने सभी विभागों को निर्देश दिये है कि यदि किसी भी विभाग के सरकारी भूमि पर अतिक्रमण है उसे सम्बन्धित विभाग अतिक्रमणमुक्त कराना सुनिश्चित करें।