संजय की बैटिंग के आगे सभी चित,फिर बनेंगे निर्विरोध अध्यक्ष।अकेले दम पर हर चुनौती को देते रहे मात। व्यापारियों के लिए लंबी लड़ाई लड़कर बने बड़े खिलाड़ी
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। रुद्रपुर के व्यापार मंडल फिर से संजय जुनेजा का राज होगा! उनके फिर से अध्यक्ष बनाने का रास्ता साफ हो गया। यानी संजय को चुनौती देना तो दूर कोई पर्चा दाखिल करने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाया है। यानी संजय फिर निर्विरोध रुद्रपुर व्यापार मंडल अध्यक्ष का जाता पहनेंगे यह तय है।
रुद्रपुर में व्यापार मंडल चुनाव की प्रक्रिया इस समय चल रही है। बुधवार को इसके तहत अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और महामंत्री पद के लिए पर्चा खरीदने का दिन था, महामंत्री पद के लिए मनोज छाबड़ा और पूर्व महामंत्री हरीश अरोड़ा ने पर्चा खरीदा है। जबकि कोषाध्यक्ष पद के लिए तीन व्यापारियों ने पर्चा खरीदा है। इधर अध्यक्ष पद के लिए सिर्फ एक पर्चा खरीदा गया है,जो वर्तमान अध्यक्ष संजय जुनेजा ने खरीदा है। यानी अध्यक्ष पद पर संजय को चुनौती देने की किसी ने हिम्मत नहीं जुटाई है।
वर्तमान अध्यक्ष संजय जुनेजा की बात करें तो वह पिछले लंबे समय अध्यक्ष हैं। पूर्व मंत्री तिलक बेहड के समय से अध्यक्ष रहे संजय को कुछ समय पहले तक कांग्रेस मानसिक से जोड़कर देखा जा रहा है। शायद इसीलिए लिए भाजपा से जुड़े कुछ व्यापारी बदलाव की मांग कर रहे थे, उन्हें लग रहा था,कि संजय को चुनाव में मात देकर वह अध्यक्ष बन जायेगें । इसमें भाजपा के कुछ सफेदपोश ने भी अंदरखाने गोटियां फिट की थी। लेकिन संजय की बैटिंग के समाने सभी चित हो गए। आखिर भाजपा से जुटे सफेदपोश ने भी संजय तैयारी के आगे हाथियार डाल दिए।
वर्तमान अध्यक्ष संजय जुनेजा के अब तक कार्यकाल की बात करें तो वह हर जगह व्यापारियों के हर सुख-दुख में साथ खड़े रहे, उन्होंने व्यापारियों के बड़ी बड़ी लड़ाई लड़ी है। पिछले वर्ष हाईवे से हटाए गए लोहिया मार्केट के व्यापारियों के लिए उन्हें आज तक लड़ाई जारी रखी है। व्यापारियों के लिए पुलिस प्रशासन से वह कई बार भिंड़त करने के साथ ही मुकदमे भी झेल चुके हैं। यानी व्यापारियों के पलक झपकते ही खड़ा हो जाना उनकी खूबी रही है,जो शायद दूसरा व्यापारी नेता कर पायेगा,इसकी उम्मीद नहीं है।यही उनकी सबसे बड़ी मजबूती है। संजय की इस मजबूती के समाने शहर कोई और व्यापारी उन्हें मात दे पायेगा इसकी उम्मीद किसी को नहीं है।शायद इसीलिए संजय को चुनौती देने की कोई उम्मीद नहीं जुटा पाया है