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गजब हाल,पहले बनाई चकाचक सड़कें,अब चल रहा बुल्डोजर।पहाड़गंज में ध्वस्तीकरण की कार्यवाही के दौरान सिस्टम की लापरवाही के मिले सबूत।कल्याणी की धार तक सड़क,मौके पर लगे हैं नगर निगम के पत्थर।सरकार को करानी चाहिए सरकारी जमीन पर हो रहे कब्जों की दूसरी ऐजेंसी से जांच।

नरेन्द्र राठौर(खबर धमाका)‌। रुद्रपुर प्रशासन और खासकर नगर निगम के भी अजीबो-गरीब कारनामे है। सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों को सड़कें , बिजली, पानी की सुविधाएं आंखें मूंदकर दी है। मौके पर बकायदा नगर निगम के पत्थर लगे हुए हैं। इस मामले में सरकार को जांच कराने की जरूरत है,कि आखिर अवैध कालोनियों में यह सुविधाएं कैसे दी गई है। विभागों के अधिकारी कहा थे।
बुधवार को रुद्रपुर के प्रीत बिहार और पहाड़गंज में डीएम के आदेश पर सरकारी जमीन पर हो रहे निर्माण पर प्रशासन ने पीला पंजा चलाकर बड़ा संदेश दिया है। दोनों जगहों पर दो दर्जन से ज्यादा निर्माणाधीन भवन ध्वस्त किए गए हैं। प्रशासन की कार्रवाई से जहां सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है,वहीं पहाड़गंज में सिस्टम के नाकरेपन के तमाम सबूत भी मिले हैं। मौके पर चका चक सड़क बनी है, पानी निकासी की व्यवस्था और बिजली भी सभी घरों में जगमगा रही है।सड़कें तो कल्याणी नदी की धार तक बना दी गई है, यानी की सड़क, नालियां और बिजली के कनैक्शन देने वाले विभागों ने सब कुछ या तो आंखें मूंदकर कर दिया या फिर सिस्टम को इसका मोटा सगुन मिला है,यह कहा जाए तो ग़लत नहीं होगा। मौके पर बकायदा आज भी नगर निगम के पत्थर लगे हुए हैं,जिनपर पूर्व मेयर, अधिशासी अधिकारी, पाषर्द का नाम भी है। सवाल यह की सरकार ने जिन्हें अधिशासी अभियंता,नगर आयुक्त,जेई, लाइनमैन बनाया वह सभी अनपढ़ हैं, उन्हें इसकी समझ नहीं है,कि सड़क नदी की धार तक कैसे बना रहा है,जो मकान अभी-अभी बने हैं वह जमीन कौन सी है, जबकि नगर निगम के पास पूरे शहर का ब्यौरा मौजूद हैं। पहाड़गंज को लेकर लंबे समय से आवाज उठ रही है,पूरा मोहल्ला ही पिछले कुछ वर्षों में सरकारी जमीन पर बसा हुआ है,और लगातार सरकारी जमीन पर निर्माण कार्य हो रहे हैं।
इस मामले सरकार को गहराई से जांच कारखाने की जरूरत है।जिस प्रकार सरकार ने हरिद्वार में हुए घोटाले की जांच कराई है,यदि रुद्रपुर में सरकारी जमीनों पर हो रहे कब्जों की जांच कराई जाए तो की विभागों इसमें फंस जायेंगे।
इधर इस मामले में नगर आयुक्त नरेश चंद्र दुर्गापाल का कहना कि पूरा शहर नजूल पर बसा हुआ है। बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पास होने के बाद सड़क,नाली का निर्माण होता है। पहाड़गंज में भी पिछले महापौर के कार्यकाल में प्रस्ताव पास होकर सड़कें बनी है। लेकिन भविष्य में इसका ध्यान रखा जायेगा।

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