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ब्लाइंड केस,ऊधमसिंहनगर के एसपी सिटी ने कर दिखाया कमाल। खत्म हो चुकी उम्मीद,फिर निकाल सवेरा। लगातार 24 दिन घटना क्षेत्र में कैंप कर पुलिस का भरोसा किया कयाम‌।हर तरफ हो रही तारीफ,

नरेन्द्र राठौर।                                                            रुद्रपुर (खबर धमाका)। ब्लाइंड केस,न सीसीटीवी कैमरा और न ही सर्विलांस का साथ।ऊपर से घटना का स्थानीय स्तर से लेकर देहरादून तक दबाब। ऐसे में ऊधमसिंहनगर की पुलिस ने खटीमा के भारमाल मंदिर के पुजारी और सेवादार की हत्याकांड का खुलासा करके अपनी साख बचाई है तो हर किसी का दिल भी जीत लिया है। 24 दिन खुलासा न होने पर जो सवाल उठा रहे थे,अब वह भी पुलिस की तारीफ कर रहे हैं। पुलिस की इस सफलता में यूं तो हर किसी का बड़ा योगदान रहा है, लेकिन इस खुलासे में सबसे ज्यादा तारीफ एसपी सिटी मनोज कत्याल की हो रही है। मनोज कत्याल 04 व 05 जनवरी की रात्रि खटीमा के बीहड़ जंगलों में मौजूद अस्था के मंदिर में हुए सनसनीखेज हत्याकांड के बाद मुख्यालय से सबसे पहले पहुंचे थे। इसके बाद वह खटीमा में ही तब तक जमें रहे,जब तक इस घटना का खुलासा नहीं हुआ,यानी 24 दिन तक एसपी सिटी खटीमा में ही डटे रहे।और अंत में सफलता पाकर ही मुख्यालय लौटें।

एसपी सिटी मनोज कत्याल की मानें तो घटना पूरी तरह ब्लाइंड थी। पुलिस के पास न तो सीसीटीवी कैमरे का सहारा था न ही सर्विलांस का। क्योंकि मंदिर जहां मौजूद हैं,वहां पर सर्विलांस का नेटर्वक काम नहीं करता,वह दूर दूर तक सीसीटीवी कैमरे भी नहीं है। घटना में घायल नन्हे भी कुछ नहीं बता पा रहा है। ऐसे में घटना का खुलासा कैसे किया जायेगा,यह पुलिस के समाने बड़ी चुनौती थी। दोहरा हत्याकांड खटीमा क्षेत्र में लगातार गर्म था। आने वाले विधानसभा सत्र में यह मामला उठेगा,यह भी साफ था, ऐसे में उन्हें हर संभव संशोधन का उपयोग किया और 23 दिन बाद उन्हें सफलता मिल गई। एसपी सिटी की मानें तो दो सप्ताह तक वह खुद उलझन में पड़ गए थे। हर संदिग्ध से पूछताछ की जा चुकी थी, लेकिन बाबा के डोंगल के माध्यम से अंत में दोहरे हत्याकांड के खुलासे में मदद मिली।

 

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