कप्तान साहब,पुलिस के मनोबल का भी रखना होगा ध्यान। एसआई संदीप पिलखवाल के खिलाफ कार्रवाई से पुलिस में दिख रहा अंदरखाने रोष। जिस video को बनाया गया आधार,उसका दूसरा पहलू भी देखना जरूरी
नरेन्द्र राठौर/रुद्रपुर(खबर धमाका)। पिछले दिनों शोसल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो के बाद आदर्श कालौनी के तत्कालीन चौकी इंचार्ज संदीप पिलखवाल को लाइन हाजिर करना कहा तक ठीक था,और लोगों द्वारा कि जा रही उन्हें सस्पेंड करने की मांग कितनी जायज है, इसको लेकर अब बहस शुरू हो गई है।
पुलिस महकमे में ही अंदरखाने इसको लेकर काफी रोष है,तर्क यह दिया जा रहा कि लाइन हाजिर करने के लिए जिस video को आधार बनाया गया है, उसमें कहीं भी एस आई दोषी नजर नहीं आ रहे हैं। पुलिस यदि अपनी ड्यूटी के दौरान इतनी सख्ती भी नहीं करेगी तो कानून व्यवस्था तोड़ने वालों में खौफ खत्म हो जायेगा। यदि इतनी छोटी बात पर ही उन्हें दंडित किया जायेगा,तो फिर काम कैसे होगा। वैसे जो video वायरल हुई थी,उसे गौर देखा जाए तो फिर उसमें कहीं भी ऐसा प्रतीत नहीं होता है कि चौकी इंचार्ज ने कही सीमाएं तोड़ी हैं। लेकिन अनन फानन में चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया गया। यह हम नहीं कह रहे पुलिस महकमे के लिए कर्मचारी इसपर सवाल उठा रहे। जनता से जुड़ा एक तबका भी इसपर खूब बहस कर रहा है।
काफी लोग दरोगा को लाइन हाजिर करने से संतुष्ट नहीं हैं।
लोगों की मानें तो वर्तमान में जिस प्रकार से अपराधिक घटनाएं हो रही है, उसमें पिलखवाल जैसे पुलिस कर्मियों की बहुत जरुरत है, लेकिन छोटी छोटी बातों पर तेज तर्रार पुलिस पर कार्यवाही से उनका मनोबल टूट जायेगा। अगर ऐसे ही चलता रहा तो फिर सड़कों पर लोगों सरेआम पीटा जायेगा और पुलिस सिर्फ video बनाने का काम करेगी।