सीसीटीवी कैमरे बने पुलिस के सारथी।हर बड़ी घटना के खुलासे में पुलिस के लिए बन रहे मददगार।अपराधियों के सर्तक होने से सर्विलांस हो रहा फेल।एसएसपी मणिकांत मिश्रा बोले जनपद में और बढ़ाई जायेगी तीसरी आंख की निगरानी
नरेन्द्र राठौर(खबर धमाका)। ऊधमसिंहनगर में अपराधियों तक पुलिस को पहुंचाने में तीसरे आंख यानी सीसीटीवी कैमरे मददगार साबित हो रहे हैं। आलम यह कि एक तरफ अपराधी सर्विलांस को चकमा दे रहे तो तीसरे आंख पुलिस को अपराधियों तक पहुंचाने का काम कर रही है।
यह हम नहीं कह रहे, ऊधमसिंहनगर के कप्तान मणिकांत मिश्रा का यह दावा है। उन्होंने तो यह भी दावा किया है,कि पिछले दिनों जितनी भी घटनाएं हुई हैं,सभी के खुलासे में सीसीटीवी कैमरों की फुटेज ही काम आई है। जनपद में दीपावली से पहले गायब हुए श्रमिक की हत्याकांड का खुलासा करने में पुलिस को सीसीटीवी के कैमरों से सफलता दिलाई है। एसएसपी मणिकांत मिश्रा की माने तो फिलहाल में जनपद में करीब 950 सीसीटीवी कैमरे पुलिस आफिस से सीधे जुड़े हुए हैं, जिसमें कुछ निजी कैमरे भी है। घटना के बाद यह कैमरे पुलिस के सारथी बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस माह में तीसरी आंख की संख्या और बढ़ाने की तैयारी चल रही। कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां घटनाएं हो रही है, लेकिन वह कैमरे नहीं है,ऐसी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे इसी माह में लगा दिए जायेंगे।
आपको बता कि अब तक पुलिस अपराधियों तक पहुंचाने के लिए सर्विलांस को सबसे ज्यादा मददगार मानती थी, लेकिन पेशेवर अपराधियों ने अपने चाल बदल दी,वह घटना स्थल पर मोबाइल का प्रयोग नहीं कर रहे थे, जिससे पुलिस के सामने चुनौती पेश हो रही थी, लेकिन तीसरी आंख ने पुलिस की समस्याएं का हल निकाल दिया है।
अब अपराधी कितनी भी चालकी से घटना को अंजाम भले ही दे,वह पकड़ा जरुर जायेगा