रुद्रपुर के गरीबों को सीएम धामी दे सकते हैं दीपावली का तोहफा। एक हजार से ज्यादा गरीबों को मिलेगा मालिकाना हक। डीएम उदयराज की कवायद के बाद फाइलें तैयार।मेयर रोना रोते रहे, डीएम ने कर दिखाया काम
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। अगर सब कुछ ठीकठाक रहा तो दीपावली पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रुद्रपुर के हजारों गरीबों को बड़ा तोहफा दे सकते हैं। जिससे लंबे समय से इंतजार में बैठे गरीबों के चेहरे खिल उठेगें,तो शहर की मलिन वस्तियों में रहे हजारों गरीबों की अपनी जमीन अपना मिलने की उम्मीद कायम हो जायेगा। डीएम उदयराज सिंह के कवायद के बाद इसकी उम्मीद जगी है।
सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों के मुताबिक मुख्यमंत्री दीपावली से पहले रुद्रपुर के गरीब को जमीन के पट्टे आवंटित करेंगे। प्रशासन पिछले दो माह में करीब 1200 गरीबों को निशुल्क मालिकाना हक देने की फाइल तैयार कर चुका है। और सैकड़ों फाइलों को अंतिम रुप दिया जा रहा। बुधवार को डीएम उदयराज सिंह ने नगर आयुक्त नरेश चंद्र दुर्गापाल वह अन्य अधिकारियों के साथ बैठकर दीपावली से पहले फाइल तैयार करने के निर्देश दिए हैं।माना जा रहा की डीएम उदयराज की मेहनत को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धामी गरीब को मालिकाना हक तोहफा देकर अमलीजामा पहनाएगें। हालांकि सीएम के कार्यक्रम की अभी घोषणा नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा सीएम एकदम आकर गरीबों को तोहफा देंगे।
गौरतलब की धामी सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के गरीबों को निशुल्क मालिकाना हक देने का ऐलान किया था। लेकिन जनप्रतिनिधियों की लापरवाही यह घोषणा एक कदम भी आगे नहीं बड पारी,यह तक के मेयर रामपाल सिंह जो गरीब से मालिकाना हक देने का बादा कर चुके थे,वह भी गरीबों से छल करके घड़ियाली आंसू बहाते हुए कुर्सी पर बैठ गए थे। मेयर की इसको लेकर जमकर किरकिरी भी हुई थी।
इधर जिलाधिकारी उदयराज सिंह ने गरीबों को मालिकाना देने का बीड़ा उठाया तो आस जाग गई। निगम के अधिकारियों के साथ डीएम खुद सड़क पर निकले तो गरीबों को मालिकाना हक मिलने खड़ी हो रहीं सारी दिक्कतें भी खत्म हो गई। जिसका नतीजा समाने आ रहा है, दो माह में एक दो नहीं 1200 सौ के करीब फाइलें तैयार हो चुकी है। यानी इतने लोगों को मालिकाना हक मिलेगा तय है। बताया जा रहा डीएम लगातार गरीबों को मालिकाना हक देने के काम की मानिरिटिंग कर रहे है। उन्होंने की बार बैठकर के अधिकारियों को निर्देश दिए है, तो यह भी सीख दी कि यह सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है,जिसे करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को गरीब कभी भूलेगा नहीं।