तंत्र-मंत्र के चक्कर में अपने ही बन गए दरिंदे,आरोपी पिता गिरफ्तार।बेटियों को भूखा रखकर उतारा मौत के घाट।रहम मांगने पर होती थी पिटाई।
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर पुर(खबर धमाका)। ऊधमसिंहनगर के काशीपुर में तंत्र-मंत्र के चक्कर में मौत के घाट उतार दी गई दो बेटियों के मामले में दरिंदगी और अमानवीयता के चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पुलिस ने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है
एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने काशीपुर कोतवाली में खुलासा किया। उन्होंने बताया कि शनिवार को पुलिस को घटना की जानकारी मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने दोनों सगी वहानो के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए थे। ऐसा सामने आया है कि दोनों बेटियां कम से कम पांच-छह दिन से भूखी थीं। अपनों ने ही बेटियों को भूखे रखा और यातनाएं देते रहे। सूत्रों की मानें तो अली हसन ऊपरी हवा के चक्कर में दोनों बेटियों को केवल पानी ही देता रहा। बताया जाता है कि उसका मानना था कि भूख के चलते ऊपरी साया उनके शरीर को छोड़ देगा। एक युवती की तीन चार दिन और दूसरी की 24 घंटे पहले घंटे पहले मौत होने की पुष्टि हुई है।इधर परिजनों ने तहरीर देने से इन्कार किया तो पुलिस ने खुद ही राजमिस्त्री अली हसन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।
काशीपुर के मोहल्ला लक्ष्मीपुर पट्टी की खालिक कॉलोनी निवासी अली हसन उर्फ सूरज के घर में शनिवार की सुबह दो बेटियों के शव मिले थे। बताया जा रहा है कि छोटी बेटी यासमीन (11) की मौत लगभग चार-पांच दिन पहले और दूसरी बेटी फरहीन (19) की मौत लगभग दो दिन पहले हो गई थी। सवाल यह उठा कि अली हसन ने मोहल्लेवासियों और रिश्तेदारों को इसकी सूचना क्यों नहीं दी। बताया जा है पिता अली तंत्र-मंत्र के चक्कर में लगा हुआ था। उसे लगा कि दोनों बेटियां दोबारा से जीवित हो उठेंगी लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं और छोटी बेटी का शव घर में ही सड़ने लगा था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यासमीन की मौत लगभग तीन से चार दिन पहले हो चुकी थी और उसका शव सड़ने के साथ उसमें से दुर्गंध उठने लगी थी। फरहीन की मौत लगभग 24 घंटे से अधिक समय पहले हुई थी। पोस्टमार्टम के दौरान पता चला कि दोनों के पेट में खाना नहीं था केवल पानी ही था। ऐसे में कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि पिता अली हसन ने दोनों बेटियों को खाना तक नहीं दिया था। दोनों के शरीर पर चोट के निशान भी हैं। इससे प्रतीत होता है कि दोनों को तंत्र-मंत्र के दौरान शारीरिक रूप से भी प्रताड़ित किया गया था।
शनिवार से ही पुलिस अली हसन के परिजनों पर केस दर्ज कराने के लिए तैयार करने में जुटी रही लेकिन परिजन इनकार करते रहे। रविवार देर शाम पुलिस ने बांसफोड़ान पुलिस चौकी प्रभारी की ओर से अली हसन पर केस दर्ज किया। कोतवाली प्रभारी मनोज रतूड़ी ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, पुलिस की मौजूदगी में दोनों शवों को शनिवार देर रात ही सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
हैवानियत: दया के लिए गिड़गिड़ाने पर हर बार होती थी पिटाई
बेटियों के शरीर पर दरिंदगी के अनेक दाग, चोट के 20 से भी ज्यादा निशान
काशीपुर। दोनों बेटियों के साथ किस कदर दरिंदगी की गई उनके शरीर पर दिख रहे चोटों के निशान इसकी गवाही दे रहे हैं। कोतवाली प्रभारी मनोज रतूड़ी ने बताया कि दोनों बेटियों के शरीर पर चोटों और दागने के निशान मिले हैं।
पुलिस और अस्पताल के सूत्रों के अनुसार दोनों बेटियों के शरीर पर चोट के 20 से भी ज्यादा निशान पाए गए। इसके साथ ही शरीर पर दागने के भी निशान दिखे। हिरासत में लिए गए अली हसन, उसकी पत्नी और बेटी से की गई पूछताछ में सामने आया कि मारपीट से परेशान होकर बेटियां दया की भीख मांगती थी। ऐसा मानकर कि उनके अंदर छिपा शैतान बोल रहा है उन्हें और अधिक पीटा जाता था।
अस्पताल में भी चिल्ला रहे सभी परिजन
काशीपुर। अली हसन के परिवार के पांच सदस्यों को पुलिस ने शनिवार देर रात ही हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती करा दिया था। अस्पताल से लौटे इंस्पेक्टर मनोज रतूड़ी ने बताया कि अली हसन की पत्नी, तीनों बेटों और एक बेटी सभी मानसिक रूप से काफी परेशान स्थिति में हैं। सभी अस्पताल में लेटे-लेटे भी चिल्ला रहे थे कि ऊपरी हवा का साया हमारी बेटियों को मार गया। उनके अनुसार चिकित्सकों ने उन्हें सघन उपचार तथा मानसिक काउंसिलिंग की जरूरत बताई है और इसी आधार पर उनका उपचार भी किया जा रहा है ।
बेटियों के बाद बेटे पर भी किया था हमला, आंख में आई गंभीर चोट
काशीपुर। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों बेटियों को मानसिक और शारीरिक यातनाएं देकर मौत के घाट उतारने के बाद अली हसन ने अपने छोटे बेटे को भी बुरी तरह पीटा था। उसकी बाई आंख में भी गंभीर चोट आई है। उसका एसटीएच में इलाज चल रहा है।