ऊधमसिंहनगर में चर्चित सड़क हादसा,दोषी कौन-कौन! नाबालिग बताए जा रहे दोनों वाहनों के चालक मौत नहीं करती,अमीर और गरीब में भेदभाव। नियम तोड़ोगे तो,भुगतना भी पडेगा।
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। कहते हैं कि मौत अमीर और गरीब में कोई भेदभाव नहीं करती,जो सिस्टम,नियम तोड़ेगा,उसे कानून भले ही बख्श दे, लेकिन ईश्वर कोई भेदभाव नहीं होता। यह अटल सच्चाई है।
आप सोच रहे होंगे की हम यह सब क्यों और किस लिए कह रहे। दरासल बीती रात सिडकुल क्षेत्र क मैट्रोपालिस माल रोड पर एक सड़क हादसा चर्चा का बिषय बना हुआ है, हादसे में एक 11 वीं के छात्र निखिल यादव की मौत हो चुकी है, जबकि एक कक्षा आठ की छात्रा जिदंगी और मौत से जूझ रही है। डाक्टर उसकी जिंदगी बचाने में जुटे हैं।
यूं तो जनपद में सड़क हादसे रोज होते हैं, लेकिन यह सड़क हादसा कुछ अलग ही है। बताया जाता कि एक अरबपति उद्योगपति की नाबालिग बेटी कार दौड़ा रही थी,तो सिडकुल की कंपनी में बड़े पद पद तैनात अधिकारी का नाबालिग बेटा बुलेट दौडा रहा था, दोनों वाहनों की मैट्रो पालिस रोड पर भिड़ंत हुई तो बुलेट सवार नाबालिग युवक व उसके पीछे बैठी बालिका घायल हो गई, जिसमें किशोर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आठबी की छात्रा अभी जिदंगी और मौत से जूझ रही है।
इस पूरे प्रकरण में सबसे मजेदार बात की अभी तक नाबालिग बच्चों को वाहन थमाने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है, चर्चा तो भी है कि कार के चालक को बदलने की तैयारी की है, वहीं चर्चा यह भी की जानकारी होने के बाद भी बड़े बड़े कलमकारों को भी साध लिया गया है, इसमें कानून के रखवालों की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
खैर सवाल यह नहीं है कि किस पर कार्यवाही होगी किस पर नहीं। सवाल नियम की अनदेखी और सिस्टम की धज्जियां उड़ानें का है।
यह भी साफ है कि कानून बनाने वालों ने जो नियम बनाए हैं, उन्हें तोड़ोगे तो उसका खामियाजा भुगतना जरुर पड़ेगा। उस समय आपका न धन काम आयेगा और न ही पहुंच।
जनपद की सड़कों नाबालिगों के वाहन चलाने से हुए हादसे का यह पहला मामला नहीं। जनपद की शहरों और मुख्य सड़कों नाबालिग किशोर बड़ी संख्या में वाहन दौड़ते नजर आ जायेगें जिसके लिए पुलिस जिम्मेदार है तो उनके अभिभावकों को भी कम दोषी नहीं ठहराया जा सकता।