रुद्रपुर में भूमाफियाओं ने बेंच डाली नदियां,अब मुसीबत में गरीब। गढ्ढा कालौनी से पहले अमित और लेडी बिल्डर सरकारी और नदी की जमीन को कर रहे खुर्द-बुर्द। भूमाफियाओं पर क्यों नहीं कसा जा रहा शिकंजा।
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर(खबर धमाका)। कल्याणी,बैगुल, बनरसिया, हत्यारी यह सब रुद्रपुर क्षेत्र की नदी है।कभी यह खुलकर, कल-कल करके बहती थी,साफ स्वच्छ पानी था, लेकिन समय के साथ ही यह नदियां आज बेचारी बनकर रह गई है। शहर में भूमाफियाओं ने इनके तलपट तो छोड़ो धार भी बेच दिए हैं। यह सब एक दिन में नहीं हुआ है और ही सिस्टम की राजबंदी बैगर हुआ है। हर जगह पैसे का खेल और मुंह फेर लेने का काम हुआ है। अब जब अतिक्रमण से नदियां खतरनाक हुई है तो फिर इन्हें अपने स्वरूप में लाने की कवायद चल रही है। लेकिन इसको लेकर शोर मचा हुआ हुआ था, अतिक्रमण करने वाले चिल्ला रहे है, नेता उनकी ढाल बनने की कोशिश कर रहे हैं। इस सब की बीच जो सबसे बड़ी बात समाने आ रही वो यह कि नदियों को बेचने वाले भूमाफियाओं पर कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है।
कल्याणी और बैगुल नदी की बात करें तो इसपर सिडकुल से लेकर शहर के अंतिम सीमा तक अतिक्रमण हो चुका है। नदी के तलपट के साथ बहती धार में भी घर बने हैं, ऐसा नहीं यह अतिक्रमण खुद लोगों ने किया,इसे बकायदा भूमाफियाओं ने बेचा कर करोड़ों के बारे न्यारे किए हैं। बैगुल नदी ट्रांजिट कैंप की गढ्ढा कालौनी, शास्त्री नगर,नरायण कालौनी,खेड़ा,संजयनगर खेडा, रम्पुरा पहाड़गंज से गुजरती है। इसपर हर कदम पर कब्जा हुआ है। गढ्ढा कालौनी से पहले इसे नाला बना दिया गया है,इस समय इस नदी को एक अमित नाम का भूमाफिया और लेडी बिल्डर बेच रहा है। इसकी जानकारी प्रशासन को भी है,लेडी बिल्डर ने तो नदी के तलपट पर दीवार खड़ी कर दी है,जो पिछले सप्ताह बारिश में धराशाई हो गई थी, अमित ने भी नदी के पास तक अतिक्रमण किया है। नदी को नाला बताकर नदी और सरकारी जमीन की रजिस्ट्री की जा रही है।
अब सवाल यह उठता की सिस्टम समय रहते क्यों नहीं जाग रहा है। अब गरीब को हटाने की बात हो रही तो फिर इन भूमाफियाओं से वसूली क्यों नहीं की जा रही है।
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हिमांशु गाबा ने बताया कि उन्होंने इस बात को डीएम उदयराज के समाने रखा था, बताया कि जो लोग नदियों के किनारे बसे हैं, उन्होंने भूमाफियाओं जमीन बेची है। यदि गरीबों को हटाया जा रहा तो जमीन बेचने वालों से वसूली कर इसकी भरपाई की जाए।