प्रीत बिहार में अवैध कालोनियों की भरमार। अवैध कालौनाइजरों ने सरकारी जमीन भी बेचीं डीएम का आदेश धराशाई,डीडीए और तहसीलदार प्रशासन की भूमिका पर सवाल
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर (खबर धमाका)। महानगर के वार्ड नंबर 25 प्रीत बिहार में अवैध कालोनियों की भरमार आ गई है। क्षेत्र में खेती और सरकारी जमीन पर जिला विकास प्राधिकरण की अनुमति के बैगर आधा दर्जन कालौनियों में निमार्ण चल रहा है। बिल्डर सरकार का राजस्व चोरी कर रहे हैं तो सड़क नाली जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं करा रहे,जो आने वाले समय में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के लिए मुसीबत का सबब बनेगी। पूरे मामले में डीडीए और तहसीलदार प्रशासन की भूमिका सवालों के घेरे में है।
प्रीत बिहार में काटी जा रही अवैध कालौनी
रुद्रपुर के प्रीत बिहार क्षेत्र में सीलिंग का मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन होने के चलते इस क्षेत्र में यूं तो स्था स्थित के आदेश है।जिला अधिकारी कार्यालय से इस क्षेत्र में हर प्रकार के निर्माण पर रोक लगी हुई है, लेकिन यह आदेश हवा में उड़ाया जा रहा है। इस क्षेत्र की जमीनों पर भूमाफिया की नजर पड़ी हुई है,आलम यह है कि क्षेत्र में आधा दर्जन से ज्यादा कालौनियां कोर्ट और डीएम के आदेश को हवा में उडाकर विकसित हो रही है,इन कालौनियों में बिल्डर जमीन तो बेंच रहे हैं, लेकिन सड़क,नाली की व्यवस्थाओं पर ध्यान नहीं दे रहे। बताया जाता कि रम्पुरा के निकट काटी गई एक कालौनी में बिल्डर ने एक एकड़ से ज्यादा सरकारी भूमि भी बेंच दी है। इसी प्रकार प्रीत बिहार जो पहले ग्राम सभा हुआ करता था,उस गांव की सरकारी जमीन पर भी भूमाफियाओं ने कंक्रीट के महल खड़े करा दिए हैं।
क्षेत्र में इतने बड़े पैमाने पर हो रही राजस्व चोरी के मामले में जिला विकास प्राधिकरण और तहसील प्रशासन के अधिकारियों ने आंखें मूंद रखी है,जो आने वाले समय में मुसीबत का सबब बनेगी।
लोगों की मानें तो बिल्डर प्लाट बेचते समय बिजली,पानी सड़क,पार्क देने का भरोसा करते हैं, लेकिन बाद में वह जमीन बेचकर रफूचक्कर हो जाते हैं। जिसके बाद परेशान लोग प्रशासन या फिर जनप्रतिनिधियों के यह चक्कर लगाते हैं। जबकि यह काम बिल्डरों का ही होता है।