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अब बचे हैं सिर्फ आंसू….सपनों पर चला बुलडोजर,गिड़गिड़ाते रहे लोग! भारी फोर्स,अफसरों की मौजूदगी चला अभियान  देखने रहे लोगों धराशाई हो गई उम्मीद 

नरेन्द्र राठौर 

रुद्रपुर (खबर धमाका)। कहते कि एक आसियान बनाने में लोगों की उम्र बीत जाती है, लेकिन उसके तबाह होने में समय नहीं लगता।

रुद्रपुर के भगवानपुर कोलडा में एक दशक से रहे चार परिवारों के ऐसा हुआ है,कल तक उनके पास सब कुछ था, लेकिन आज वह अपना कुछ खो चुके हैं। उनकी छत,चैन, खुशी सब छिन गई है,अब उनके पास सिर्फ आंसू बचे हैं।

शनिवार को उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में पुलिस, प्रशासनिक तथा विभागीय अधिकारियों की अगुवाई में भारी पुलिस बल के साथ टीम द्वारा काशीपुर मार्ग पर ग्राम भगवानपुर कोलड़िया में पल्लविका नर्सरी तक मार्ग किनारे सरकारी भूमि पर से अतिक्रमण पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान रोते बिलखते लोग अधिकारियों के सामने हाथ जोड़कर उनके दशकों पुराने आशियाने न तोड़ने की गुहार लगाते रहे लेकिन अधिकारियों ने उनकी कोई बात नहीं सुनी।

आखिरकार कुछ ही घंटों में आठ जेसीबी मशीनों की गर्जनों के बीच दर्जनों भवन मलवे में तब्दील हो गये। इस पूरे अभियान की अधिकारियों द्वारा ड्रोन कैमरे से न सिर्फ निगरानी की गई वरन वीडियोग्राफी भी कराई गई। इस दौरान क्षेत्र में शांति व यातायात व्यवस्था बनाये रखने के लिए जहां यातायात को वन वे किया गया था वहीं लोगों को काफी दूर पर ही रोक उन्हें अभियान स्थल पर आने से मना कर दिया गया था। इससे पूर्व शनिवार को प्रातः पूर्ण तैयारियों के साथ उच्च न्यायालय के निर्देश पर एसडीएम रूद्रपुर मनीष बिष्ट, किच्छा के कौस्तुभ मिश्र, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ओमपाल सिंह, एसपी सिटी मनोज कत्याल, सीओ रूद्रपुर निहारिका तोमर, काशीपुर की अनुषा बडौला, सीओ संचार रेवाधर मठवाल, कोतवाल धीरेन्द्र कुमार, ट्रांजिट कैम्प थानाध्यक्ष भारत सिंह समेत तमाम अधिकारी तीन कम्पनी पीएसी व जनपद के भारी पुलिस बल, फायर ब्रिगेड, एंटीराईट स्क्वायड तथा विभागीय कर्मचारियों के साथ ग्राम भगवानपुर कोलड़िया पहुंचे। टीम को आते देखते ही वहां रह रहे परिवार के लोगों ने विरलाप करना शुरू कर दिया।

अधिकारियों के वहां पहुंचने पर लोगों ने उनके आगे दोनों हाथ जोड़कर व पैर पकड़कर अपने दशकों पुराने आशियानों को न तोड़ने की गुहार लगाई लेकिन अधिकारियों ने उच्च न्यायालय के निर्देशों का हवाला देते हुए कार्य में बाधा न ड़ालने को कहा। जिसके बाद अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस टीमों ने निर्धारित स्थानों पर अपना मोर्चा सम्भाल लिया। यातायात वन वे कर दिया गया और लोगों को मौके पर आने से पूरी तरह से रोक दिया गया। देखते ही देखते टीम के साथ आई आठ जेसीबी मशीनें वहां अवैध रूप से बनाये गये लोगों के दर्जनों भवनों पर टूट पड़ीं। जिससे वहां के परिवारों के बुजुर्गो, महिलाओं व बच्चों की आंखों से आंसुआंे का झरना बह उठा। मजबूर होकर सभी अपने दशकों पुराने आशियानों को टूटते हुए देखने लगे और जोर जोर से रोने लगे। इस बीच एक युवक ने टीम के आगे चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उसके भवन को तोड़ा गया तो वह तथा उसका सारा परिवार जहर खाकर आत्महत्या कर लेगा। इतना कहकर जब वह भागने लगा तो पुलिस कर्मियों ने उसका पीछा कर उसे पकड़ लिया और उसे अपनी हिरासत में ले लिया

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