अब डाल्फिन कंपनी के पक्ष में उतरे श्रमिक।आंदोलकारियों पर लगाया कंपनी को बदनाम करने का आरोप।डीएम कार्यालय पर किया प्रदर्शन, video में सुने कंपनी के पक्ष उतरे श्रमिकों की बात
रुद्रपुर/रुद्रपुर(खबर धमाका)। पंतनगर सिडकुल स्थित डॉल्फिन कम्पनी प्रबंधन पर श्रमिकों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों के बीच सैकड़ों श्रमिक कंपनी के पक्ष में उतरे आए हैं। कंपनी में पक्ष में उतरे श्रमिकों ने आंदोलन कर श्रमिकों पर कंपनी को बदनाम करने के साथ काम करने वाले श्रमिकों को परेशान करने का आरोप लगाया।
मंगलवार की दोपहर डॉल्फिन ग्रुप की एपीएन ऑटो इन्नोवेटर्स,पीपी ऑटो इन्नोवेटर्स,ए०पी ऑटो इन्नोवेटर्स,एएम पीपी ऑटो इन्नोवेटर्स,एएमपीपी० ऑटो एस्सेसरीज कम्पनियों के सैकड़ों महिला व पुरुष श्रमिक जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचे।कम्पनी में एडमिन का जिम्मा संभाल रहे लाल सिंह की अगुवाई में श्रमिकों ने डॉल्फिन प्रबंधन पर उन्हें हर तरह की सुविधा मुहैया कराने का दावा किया।श्रमिकों के मुताबिक वे कई वर्षों से कम्पनी में काम कर रहे हैं और कम्पनी प्रबंधन द्वारा श्रम कानून के तहत हर प्रकार की सुविधा उन्हें उपलब्ध कराई जा रही है।उन्होंने आरोप लगाया कि बाहरी तत्वों के इशारे पर कुछ कर्मचारी 28 अगस्त से हड़ताल के नाम पर कम्पनी में अराजकता का माहौल बनाने की कोशिश में जुटे हैं।महिला श्रमिक धर्मशिला ने बताया कि वे लगभग दो दशक से कम्पनी में काम कर रही हैँ और इस दौरान कम्पनी प्रबंधन की ओर से किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा।उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मंजु श्री कम्पनी के बाहर टेंट लगाकर जो कर्मचारी बाहरी और अराजक तत्वों के इशारे पर धरने पर बैठे हैं वे उन्हें जब-तब ड्यूटी पर जाने से रोकने की जबरन कोशिश कर रहे हैं।धर्मशिला ने आंदोलनकारियों पर कई अन्य गंभीर आरोप भी लगाये।वहीं छोटी नामक महिला श्रमिक ने कम्पनी में 16 साल से काम करने की बात कहते हुए बताया कि वे विधवा हैँ और उनके आगे-पीछे देखरेख करने वाला कोई नहीं है।छोटी के मुताबिक आंदोलनकारी कर्मचारी रास्ता रोककर उन पर धरने पर बैठने का दबाव बना रहे हैं जिससे वे खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं।खालिद ने बताया कि आंदोलनकारी कर्मचारियों ने सिडकुल के विभिन्न सम्पर्क मार्गों पर पहरा बिठा रखा है और जब वे कम्पनी में ड्यूटी के लिये जाते हैं तो जबरन टेम्पो रुकवाकर उन्हें धरने पर बैठने का दबाव बनाया जाता है।खालिद ने धरने पर बैठे कर्मचारियों से काम पर जाने वाले श्रमिकों की सुरक्षा को खतरे की आशंका जताते हुए धरना खतम करने की गुहार प्रशासन से लगाई है।इस दौरान रवि कुमार,सर्वेश,सरवन,राम किशोर,मोहिनी,नीतू,ऊषा देवी,सुनीता,रूपा,माया,संगीता