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सहारा ग्रुप के चेयरमैन सुब्रत राय सहारा का मुंबई के निजी अस्पताल में निधन। सुब्रत राय सहारा निधन से पूरे देश भर में मायूसी छाई लखनऊ के सहारा शहर में दी जायेगी अंतिम श्रद्धांजलि 

नरेन्द्र राठौर

रुद्रपुर (खबर धमाका)। 10 जून 1948 को एक बेहद मध्य वर्गीय बंगाली परिवार में जन्मे सहारा ग्रुप के चेहरमैन सुब्रत राय सहारा का 75 वर्ष की उम्र मे 14 नवंबर को रक्त कैंसर की बीमारी के चलते निधन हो गया । उन्होंने मुंबई के लीलावती अस्पताल में अंतिम सांस ली, पिछले कुछ दिनों से वह बीमार चल रहे थे,

सुब्रत राय सहारा के निधन से पूरे देश भर में उनके चाहने वालों में मायूसी और परिजनों में शोक की लहर है, जमीन से आसमान तक और आसमान से जमीन तक अपने अलग अंदाज के लिए सुब्रत राय सहारा जाने जाते थे, ऐसे में उनके निधन से पूरे देश भर में मायूसी छाई हुई है, कल सुब्रत राय का पार्थिव शरीर लखनऊ के सहारा शहर में लाया जाएगा और उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी जाएगी।

सहारा समूह ने एक बयान जारी कर कहा, दुख के साथ हम सहारा इंडिया परिवार के मैनेजिंग वर्कर और अध्यक्ष सुब्रत राय सहारा के निधन की सूचना देते हैं। एक दूरद्रष्टा और प्रेरक व्यक्तिक्त के मालिक सहारा श्री का निधन रात 10.30 बजे कार्डिएक अरेस्ट के कारण हुआ। बयान में कहा गया है कि राय कैंसर से जूझ रहे थे जो शरीर में फैल गया था। इसके अलावा उन्हें रक्तचाप और मधुमेह की भी समस्या थी। उन्हें 12 नवंबर को तबीयत ज्यादा खराब होने पर कोकिला बेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

सुब्रत राय सहारा : मध्यम वर्ग के बड़ी उडान को विराम!

सहारा श्री सुब्रत राय भारत में मध्यम वर्ग के बड़े सपने देखने ,उन्हें हासिल करने की एक सफल कहानी है। उन्हें गौतम अडाणी की पहली पीढ़ी का नायक कहा जा सकता है । जिन्होंने व्यावसायिक सफलता के लिए लोकतांत्रिक व्यवस्था में राजनीतिक गठजोड़ अथवा सहयोग को जरूरी समझा ।

1978 में गोरखपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद आपने गोरखपुर में ही सहारा परिवार की स्थापना की … एक साथ रिटेल.. बैंकिंग .. उपभोक्ता सेवा और मल्टी लेवल मार्केट का प्रयोग प्रारंभ कर बहुत तेजी से तरक्की की व्यापार के क्षेत्र में “सामूहिक निगरानी , सामूहिक सहयोग से सामूहिक तरक्की का नया दर्शन दिया…।

कालांतर में हाउसिंग ,मीडिया हाउस क्षेत्र में आपने बड़ी कामयाबी हासिल की. अपने उच्च प्रभाव के दिनों में इंडिया टूडे समूह ने आपको भारत के 10 सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की सूची में शामिल किया. टाइम मैगजीन ने भी सहारा श्री को अपने कबर पेज पर स्थान देकर आपकी सफलता की धमक को मान्यता दी , आपने वर्षों तक भारतीय क्रिकेट तथा हॉकी को आर्थिक सहयोग दिया इसके अलावा साहित्यिक एवं सामाजिक क्षेत्र में भी आपका योगदान महत्वपूर्ण रहा। लेकिन 2012 में सर्वोच्च न्यायालय में सेबी के मानकों में निवेशकों के 20 हजार करोड रुपए जमा न कर पाने या जमा न करने की जिद के कारण आपके नवोदित व्यावसायिक साम्राज्य का पतन प्रारंभ हुआ..।

रॉय द्वारा संचालित सहारा समूह के पास 30 जून-19 तक 2,82,224 करोड़ रूपये की परिसंपत्तियां थी।

ज्योतिष के विद्यार्थी के रूप में सहारा श्री की जन्म कुंडली सर्वाधिक सत्य फलित कुंडली के रूप में देखी जाएगी..। बुध और शुक्र का दशम स्थान में संयोग ने आपको प्रबल धनी बनाया , बुध की महादशा में अष्टम राहु प्रत्यन्तर में सहारा परिवार की स्थापना हुई।,स्थापना के समय से ही इसकी गुप्त कहानियां बाजार में खूब प्रचारित हुई.. जिसके पीछे राहु की सक्रियता थी।

पहले 1985 से 1992 तक केतु फिर 1992 से 2012 तक शुक्र की महादशा में आपने प्रबल व प्रभावी सफलता प्राप्त की लेकिन 2012 में सूर्य की महादशा प्रारंभ होने के साथ ही आप द्वारा स्थापित साम्राज्य व्यय होने लगा और तमाम शासकीय विवाद पैदा हुए..2019 से चंद्रमा जो षष्ठेश शनि से ग्रसित होने के कारण चंद्रमा की दशा प्रारंभ होते ही आप बीमार पड़ गए और अंततः चंद्रमा में शनि उसमें बृहस्पति के प्रति अंतर में आपका देहांत हुआ..।

भारतीय मध्यम वर्ग के इतिहास में सुब्रत राय सहारा की सफलता को बड़े स्वप्न देखने उन्हें हासिल करने की कामयाबी के सबक रूप में देखा जाएगा ।

समूह में कार्य करने की जिस संस्कृति को आपने विकसित किया वह बेहद महत्वपूर्ण है। आपके स्वप्न देखना उसे हासिल करने औरबेमिसाल उद्यमिता को सलाम

बिनम्र श्रद्धन्जली 💐💐

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