पीलीभीत सीट पर सपा ने पूर्व मंत्री भगवत सरन को उतारा।भाजपा की बड़ी मुश्किलें,नए सिरे से करना होगा मंथन पूर्व सांसद बलराज पासी भी इसी सीट से कर रहे दावेदारी
नरेन्द्र राठौर
रुद्रपुर(खबर धमाका)। उत्तराखंड से सटी यूपी की पीलीभीत लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने भगवत सरन गंगवार को टिकट देकर भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी है। पार्टी को इस सीट पर अब ने सिरे से मंथन करना पड़ेगा।
बुधवार को सपा ने पीलीभीत सीट से अपने दावेदार की घोषणा कर दी। पार्टी ने इस सीट पर गंगवार प्रत्याशी को उतारकर भाजपा का चुनावी गणित विभाग दिया है। दरासल इस सीट पर सपा ने मुस्लिम+ गंगवार फैक्टर का गठजोड़ करने की कोशिश की है। आकाडो को देखें तो पीलीभीत लोकसभा सीट पर गंगवार मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है,वहीं मुस्लिम मतदाता काफी संख्या है , वर्तमान में बहेड़ी से सपा का विधायक भी हैं। दूसरी तरफ वर्तमान में गांधी परिवार के वरुण गांधी भाजपा से सांसद हैं। वरुण का पिछले कुछ दिनों से भारी विरोध हो रहा है,उनके पार्टी लाइन से हटकर आए बयानों से भाजपा भी नाराज़ हैं। पिछले दिनों बहेड़ी क्षेत्र के मुड़िया नबीवक्स में हुई उत्तराखंड के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की सभा में उनके खिलाफ नारेबाजी भी हुई थी,ऐसे में यदि भाजपा ने वरुण को फिर टिकट दिया तो फिर सपा की मंशा पूरी हो सकती है। माना जा रहा कि नाराज मतदाताओं की नाराज़गी खत्म नहीं हुई तो इसका फायदा सपा प्रत्याशी को मिल सकता है। वरुण का टिकट कटने से भाजपा को कितना नुक्सान होगा इसका भी आकलन भाजपा कर रही है। यही बजह है कि इस सीट पर अभी तक भाजपा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
इधर उत्तराखंड से पहुंचे पूर्व सांसद बलराज पासी भी पिछले काफी समय से इस सीट पर पसीना वहां रहे हैं, वरुण का टिकट कटा तो उन्हें टिकट मिलने की उम्मीद है। लेकिन पासी जीत का परचम लहरा पायेंगे इसकी उम्मीद भी 💯 पक्की नहीं है, इसके पीछे उनका बहारी प्रत्याशी होना भी मुख्य बजह है।
लेकिन सपा के गंगवार फैक्टर ने भाजपा को मुश्किल में डाल दिया है, ऐसे में भाजपा को चुनाव में अपने प्रत्याशी को लेकर ने सिरे से मंथन करना पड़ेगा, जिससे नाराज मतदाताओं की नाराज़गी खत्म हो सके और जीत भी मिल सकें।