सिडकुल की केपीआई कंपनी प्रबंधन पर महिला श्रमिकों ने लगाए गंभीर आरोप।कंपनी प्रबंधन पर 11 महिला श्रमिकों को निकलने का आरोप आवाज़ उठाने पर मारपीट और अभद्रता के आरोप कंपनी में 90 प्रतिशत महिलाएं,फिर भी नहीं है सीसीटीवी कैमरे
नरेन्द्र राठौर(खबर धमाका)। सिडकुल की कंपनियों में प्रबंधन की तानाशाही कम नहीं हो रही है,एक तरफ डाल्फिन के श्रमिक पिछले दो माह से आंदोलन कर रहे तो अब केपीआई कंपनी की महिला श्रमिकों ने कंपनी पर बड़े और गंभीर आरोप लगाते हुए मोर्चा खोला दिया है। कंपनी के अधिकारी आरोपों जबाब देने से बचते नजर आए।
पंतनगर सिडकुल की केपीआई कंपनी गेट पर महिला श्रमिकों ने धरना देते हुए प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। महिला श्रमिकों का कहना कि उन्हें कंपनी बेस पर रखने की बात कहकर भर्ती किया गया था, लेकिन उनसे ठेका प्रथा में काम कराया जा रहा, उन्हें वेतन भी मानकों के अनुरूप नहीं मिलता है।इसी मांगों को लेकर कंपनी में कार्यरत कुछ महिला श्रमिकों ने प्रबंधन से बात की थी, जिसके वार्ता करने वाली 11 महिला श्रमिकों को कंपनी प्रबंधन ने बाहर निकाल दिया।
आरोप यह भी कि कंपनी प्रबंधन ने कुछ महिला श्रमिकों के साथ मारपीट और अभद्रतापूर्ण व्यवहार भी किया। धरने पर बैठी महिला श्रमिकों की मानें तो कंपनी में 90 प्रतिशत महिला श्रमिक काम करती है, इसके बाद भी कंपनी में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं। जो अपने आप में गंभीर आरोप और सवाल है। एक तरफ सरकार और प्रशासन हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात कह रहा,वहीं ईपीआई कंपनी में महिलाओं से काम कराने के बाद भी सीसीटीवी नहीं है।इधर हमने कंपनी के एचआर से कैमरे पर बात करने की कोशिश की, लेकिन वह पहले तो मुंह छिपाकर कंपनी के गेट से बाहर निकलने की कोशिश करते नजर आए, बाद में मीडिया के रोकने पर उन्होंने गोलमाल जबाब दिया।