अंकिता भंडारी हत्याकांड : फोरेंसिक रिपोर्ट में बलात्कार की बात से इनकार
देहरादून। उत्तराखंड में एक रिजॉर्ट मालिक द्वारा वहां रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करने वाली अंकिता भंडारी की कथित तौर पर हत्या किए जाने के मामले में पीड़िता के विसरा नमूनों की प्रारंभिक फोरेंसिक जांच रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस के एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। भंडारी के नियोक्ता एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व नेता के पुत्र पुलकित आर्य और उसके दो सहयोगियों ने कथित तौर पर उसकी हत्या कर दी। इसके विरोध में व्यापक जनआक्रोश देखने को मिला और लोगों ने दोषियों को फांसी दिए जाने की मांग की।
अधिकारी ने नाम नहीं छापने का अनुरोध करते हुए कहा कि विसरा के नमूनों की रिपोर्ट में अंकिता की हत्या से पहले उसके यौन उत्पीड़न की बात नहीं है। उन्होंने कहा कि नए निष्कर्ष एम्स, ऋषिकेश द्वारा जारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का समर्थन करते हैं, जिसमें पीड़िता के यौन उत्पीड़न से भी इनकार किया गया था। आर्य और उसके दो साथी जेल में हैं, जबकि मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा जांच जारी है।
अधिकारी ने कहा कि डीआईजी पी. रेणुका देवी की अध्यक्षता में एसआईटी की जांच अपने निष्कर्ष के करीब है जिसके बाद मामले में आरोप पत्र दायर किया जाएगा। भंडारी (19) का शव 24 सितंबर को उत्तराखंड के ऋषिकेश में चिल्ला नहर से बरामद किया गया था।